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उच्च शिक्षा विभाग के ओएसडी पटेल की बहन को ओएमआर शीट में काट-छांट कर कराया था पास!

पत्रिका एक्सक्लूसिव: Vikram University's PhD scandal में चौंकाने वाला नया खुलासा...आशंका अधिकारियों पर दबाव-प्रभाव का उपयोग कर ओएसडी की बहन को दिलाया एडमिशन

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उच्च शिक्षा विभाग के ओएसडी पटेल की बहन को ओएमआर शीट में काट-छांट कर कराया था पास!

उच्च शिक्षा विभाग के ओएसडी पटेल की बहन को ओएमआर शीट में काट-छांट कर कराया था पास!

उज्जैन. Vikram University's PhD scandal में नया खुलासा हुआ है। जिन छात्रों की ओएमआर शीट में काट-छांट निकली है, उसमें उच्च शिक्षा विभाग के ओएसडी डॉ. सपन पटेल की बहन अंशुमा भी शामिल है। लोकायुक्त पुलिस ने बुधवार को ही अंशुमा पटेल को आरोपी बनाया है। आशंका जताई जा रही है कि अंशुमा को पीएचडी परीक्षा में पास कराने के लिए विक्रम विवि के अधिकारियों पर प्रभाव डाला गया है। इधर, गुरुवार को लोकायुक्त ने विक्रम विवि के कुलपति प्रो. डॉ, अखिलेश कुमार पांडेय से एक घंटे पूछताछ की। शुक्रवार को अन्य 9 आरोपी छात्रों में से कुछ को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।
विक्रम विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग में पीएचडी प्रवेश परीक्षा 2022 की ओएमआर शीट में काट-छांट कर 12 छात्रों को उत्तीर्ण किया था। प्रवेश परीक्षा में धांधली की शिकायत होने पर लोकायुक्त पुलिस ने तत्कालीन कुलसचिव डॉ. प्रशांत पुराणिक सहित पांच अधिकारियों पर केस दर्ज किया था। बुधवार को तीन छात्र-छात्रा अमित मरमट, गौरव कुमार शर्मा और अंशुमा पटेल पर भी केस दर्ज किया। इसमें से अंशुमा पटेल उच्च शिक्षा में पदस्थ ओएसडी डॉ. सपन पटेल की बहन है। अंशुमा की ओएमआर शीट में गड़बड़ी मिली है। इसमें परीक्षार्थी की ओएमआर शीट में कांटछांट कर नंबर बढ़ाए गए है। वहीं अब अंशुमा पटेल के ओएसडी की बहन निकलने पर आशंका जताई जा रही है कि उन्हें पास कराने को ओएमआर शीट में बदलाव किया गया। इसके लिए विक्रम विश्वविद्यालय के अधिकारियों पर दबाव डाला गया है। इधर, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव का कहना है कि डॉ. सपन पटेल के नाम से उनके यहां कोई ओएसडी नहीं है। अगर कोई गड़बड़ी की गई है, तो लोकायुक्त जांच में सामने आ जाएगी।
डॉ. पटेल 2021 से विभाग में पदस्थ
डॉ. सपन पटेल ग्वालियर की जिवाजी विश्वविद्यालय के वनस्पति विभाग में सहायक प्राध्यापक है। अगस्त 2021 में उन्हें प्रतिनियुक्ति पर विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी के पद पर आयुक्त कार्यालय उच्च शिक्षा संचलनालय में पदस्थ किया गया। वहीं 5 दिसंबर 2022 को उच्च शिक्षा में युवा एमपी पोर्टल के अंतर्गत नोडल अधिकारी बनाया गया।
एक अन्य ओएसडी का घूस मांगते वायरल हुआ था ऑडियो
उच्च शिक्षा विभाग के अन्य ओएसडीए डॉ. संजय जैन का भी घूस मांगने का ऑडियो वायरल हुआ था। ऑडियो में ओएसडी डॉ. जैन अनुकंपा नियुक्ति प्रकरणों में आवेदकों से हिस्सा मांग रहे हैं। मामले के तूल पकडऩे के बाद उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने ओएसडी डॉ. जैन को निलंबित कर दिया था।
मेरी बातचीत बंद है
उच्च शिक्षा विभाग के ओएसडी डॉ. सपन पटेल बोले, अंशुमा पटेल मेरी बहन है। मुझे नहीं पता कि उसके खिलाफ लोकायुक्त में कोई प्रकरण दर्ज हुआ है। पारिवरिक कारणों से मेरी उससे बातचीत भी नहीं है।

लोकायुक्त ने एक घंटे तक विक्रम विवि के कुलपति से की पूछताछ
विक्रम विश्वविद्यालय में पीएचडी कांड में धांधली सामने आने और तत्कालीन कुलसचिव समेत पांच प्रोफेसर व तीन छात्रों पर केस दर्ज होने के बाद गुरुवार को लोकायुक्त ने कुलपति प्रोफेसर डॉ. अखिलेश कुमार पाण्डेय को तलब किया। कुलपति से लोकायुक्त निरीक्षक ने करीब एक घंटे पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए। बयानों के आधार पर लोकायुक्त सम्बधित संदिग्ध व 9 छात्रों से पूछताछ करेगा। संदिग्ध 9 छात्रों को भी तलब किया है, जो शुक्रवार को अपने बयान दर्ज करवा सकते हैं। आशंका है कि इनके बयान दर्ज होने के बाद लोकायुक्त उक्त छात्रों के खिलाफ भी एफआइआर दर्ज कर सकता है। बुधवार को भी लोकायुक्त ने उज्जैन के अमित मरमट, गौरव कुमार शर्मा और देवास की अंशुमा पटेल के खिलाफ केस दर्ज किया है। तीनों की ओएमआर शीट में गड़बड़ी मिली थी। लोकायुक्त निरीक्षक दीपक शेजवार ने बताया किगुरुवार को कुलपति को लोकायुक्त कार्यालय में तलब किया था। उनके बयान लिए हैं। फिलहाल इस मामले में अभी जांच जारी है। शुक्रवार को 9 संदिग्ध छात्रों के भी बयान हो सकते हैं। उक्त मामले की शिकायत छात्र नेता बबलू खींची ने लोकायुक्त को की थी।