
शाजापुर रेलवे स्टेशन पर आ गए आतंकवादी... फिर ये हुआ
शाजापुर. सुबह 10.45 बजे हर दिन की तरह स्थानीय रेलवे स्टेशन सामान्य स्थिति में था, लेकिन अचानक यहां पर पुलिस सायरन बजाते हुए एक साथ डॉयल-100 सहित करीब आधा दर्जन पुलिस वाहन आकर रुके। इसमें से तेज गति से हथियारबंद पुलिसकर्मी दौड़ते हुए स्टेशन आए और मोर्चा संभाल लिया। कोई कुछ समझ पाता इसके पहले ही बड़ी संख्या में पहुंचे पुलिसकर्मियों ने पूरे स्टेशन परिसर में तलाशी लेना शुरू कर दिया। इससे यहां पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इसी दौरान पुलिसकर्मियों के वायरलेस सेट पर सूचना आई कि दो संदिग्ध पटरी पर सारंगपुर की ओर भाग रहे हैं। पुलिस ने तत्काल मोर्चा संभाला और दोनों संदिग्धों चारों ओर से घेर लिया। दोनों संदिग्धों को चेतावनी दी गई कि तुम्हे पुलिस ने चारो ओर से घेर लिया है भागने की कोशिश मत करना वरना गोली मार दी जाएगी। इसके बाद दोनों संदिग्धों को पुलिस ने दबोच लिया। दोनों के हाथ बांधते हुए उनकी और उनके सामान की तलाशी ली गई। इसके बाद कड़े सुरक्षा घेरे में दोनों संदिग्धों को पकड़कर स्टेशन से लेकर बाहर लाकर पुलिस वाहन में बैठा लिया। बाद में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने मौके पर ही इस पूरे घटनाक्रम को पुलिस की मॉकड्रिल बताया।
दरअसल भविष्य में अकस्मात घट सकने वाली विपरीत एवं चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करने के लिए प्रतिवर्ष पुलिस द्वारा शहर में मॉकड्रिल की जाती है। इसी क्रम में इस बार मॉकड्रिल के लिए स्थानीय रेलवे स्टेशन का चयन किया गया। वैसे तो ये मॉकड्रिल रेलवे स्टेशन पर ट्रेन आने के बाद होना थी, लेकिन ट्रेन के आने में देर हो जाने के कारण खाली स्टेशन पर ही मॉकड्रिल की गई। दो पुलिसकर्मियों को संदिग्धों की वेशभूषा में तैयार करके पहले ही स्टेशन पर भेज दिया गया था। इसके बाद इशारा मिलते ही एक साथ सायरन बजाते हुए चार पुलिस वाहन यहां पहुंचे। इन सभी वाहनों से पुलिस के चार अलग-अलग दल स्टेशन पहुंचे और तलाशी अभियान शुरू कर दिया। पटरी पर भाग रहे दोनों संदिग्धों को दबोचने के बाद पुलिस इन्हें लेकर स्टेशन से बाहर आ गई। इसके साथ ही मौके पर मौजूद पुलिसबल ने यहां पर ट्रेन से यात्रा करने के लिए पहुंचे यात्रियों के सामान की भी जांच की। इसके लिए पुलिस डॉग की भी मदद ली गई। साथ ही मेटल डिटेक्टर से भी सामानों को जांचा गया। करीब एक घंटे तक चली इस कार्रवाई के बाद माहौल सामान्य हो गया।
दिनभर चला अफवाहों का दौर
शाजापुर रेलवे स्टेशन पर सुबह हुई मॉकड्रिल के बाद सोशल मीडिया पर अफवाहें चल पड़ी कि शाजापुर रेलवे स्टेशन पर दो आतंकवादी पकड़ाए हैं। अलग-अलग वॉट्सऐप समूहों में आतंकवादी पकड़ाए जाने की अफवाह जंगल की आग की तरह फैलती चली गई। हर कोई इस अफवाह को यहां से वहां भेजने लग गया। हालांकि पुलिस और अन्य गणमान्यों ने इस अफवाह का खंडन करते हुए इसकी सच्चाई बताई। इसके बाद भी देर शाम तक ये मामला सोशल मीडिया और शहरभर में खासी चर्चा का विषय बना रहा।
ऐसे चली माकड्रिल
1. ट्रेन आने पर शुरू होने वाली मॉकड्रिल को ट्रेन के देर से आने की सूचना मिलने पर बगैर ट्रेन के ही करना पड़ा।
2. दोनों संदिग्धों को पकडऩे के लिए पुलिसकर्मियों ने दौड़ लगाई। इनके पीछे रक्षित निरीक्षक और अन्य अधिकारी भी दौड़ पड़े, लेकिन लालघाटी थाना पुलिस इनके पीछे रह गई।
3. लगातार फैली अफवाहों के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने सभी को मॉकड्रिल होने की जानकारी दी।
4. रेलवे स्टेशन पर सर्चिंग के समय पुलिस डॉग और मेटल डिटेक्टर की भी ली गई मदद।
5. मॉकड्रिल में कोतवाली पुलिस, लालघाटी थाना पुलिस, पुलिस लाइन सहित यातायात अमले को भी किया गया शामिल।
&स्थानीय रेलवे स्टेशन पर मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। इसके लिए दो पुलिसकर्मियों को संदिग्ध बनाकर यहां भेजा गया। इसके बाद पूरे अमले के साथ मिलकर बगैर किसी नुकसान के दोनों संदिग्धों को दबोच लिया।
- आरएस प्रजापति, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक-शाजापुर
Published on:
23 Sept 2019 12:24 am
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