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पांच दिन में इतने किमी चलेंगे श्रद्धालु, चेहरे पर नहीं आएगी शिकन

गंभीर, शिप्रा एवं फाल्गुन नदी के संगम पर स्थित मेलेश्वर महादेव की पंचक्रोशी यात्रा 31 मार्च से शुरू होने से पूर्व मंदिर पर भोलेनाथ से सैकड़ों की संख्या में पंचक्रोशी यात्रा में शामिल होने के लिए पहुंचे

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गंभीर, शिप्रा एवं फाल्गुन नदी के संगम पर स्थित मेलेश्वर महादेव की पंचक्रोशी यात्रा 31 मार्च से शुरू होने से पूर्व मंदिर पर भोलेनाथ से सैकड़ों की संख्या में पंचक्रोशी यात्रा में शामिल होने के लिए पहुंचे

उन्हेल. इस वर्ष भी गंभीर, शिप्रा एवं फाल्गुन नदी के संगम पर स्थित मेलेश्वर महादेव की पंचक्रोशी यात्रा 31 मार्च से शुरू होने से पूर्व मंदिर पर भोलेनाथ से सैकड़ों की संख्या में पंचक्रोशी यात्रा में शामिल होने के लिए पहुंचे महिला-पुरुषों ने भगवान से बल लिया और त्रिवेणी संगम पर स्नान कर महाआरती की। उसके बाद यात्रा का शुभारंभ हुआ। यह पंच दिनी यात्रा 4 अप्रैल को रात्रि 8 बजे श्री मेलेश्वर महादेव मंदिर परिसर में पहुंचेगी। यात्रा का यह 25वां वर्ष है।
प्रथम दिवस 31 मार्च को श्री मेलेश्वर महादेव की आरती के पश्चात सुबह 10 बजे शुरू हुई। रात्रि विश्राम धुर्जटेश्वर महादेव धुलेट में होगा। 1 अप्रैल को धुलेट से सुबह 9 बजे शुरू हेाकर महिदपुर सिटी होकर धन्वंतरि महादेव (बैजनाथ ) में रात्रि विश्राम होगा। 2 अप्रैल को प्रात: 9 बजे धन्वंतरि महादेव से यात्रा शुरू होगी और बिल्केश्वर महादेव रात्रि विश्राम होगा।
3 अप्रैल को प्रात: 9 बजे बिल्केश्वर महादेव से शुरू होकर रात्रि श्रीकृष्ण-सुदामा धाम नारायणा धाम से शुरू होकर रात्रि 8 बजे पुन: यात्रा श्री मेलेश्वर धाम परिसर में रात्रि विश्राम रहेगा।
पंच दिनी यात्रा में दरमियान भक्त श्री धुर्जटेश्वर महादेव, चिंतामण गणेश, कोल्हापुर देवी मंदिर, श्री क्षेत्र कोल्हापुर, धन्वंतरि महादेव बिल्केष्वर महादेव माता पार्वती, कृष्ण-सुदामा मंदिर ऐसे अनेकों धार्मिक स्थलों का दर्शन लाभ लेंगे।
प्रशासन का कोई इंतजाम नहीं
वर्षों से मेलेश्वर महादेव मंदिर से पंचक्रोशी यात्रा निकाली जा रही है। यात्रा को लेकर प्रशासन बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। जब की हजारो की संख्या में यात्री शामिल हो जाते हैं। प्रशासन के नाम पर पुलिस दो-तीन जवान लगा कर इतिश्री कर लेती है। जबकि इसको लेकर महिदपुर व उन्हेल-नागदा प्रशासन को गंभीर रहना चाहिए। यात्रा को लेकर प्रशासन कोई बैठक भी आयोजित नहीं करता। इंतजाम को लेकर मॉनीटरिंग भी नहीं होती। जबकि यात्रा 125 किमी की होती है। रोज यात्री 25 किमी चलते हैं। यात्रा में कोई घटना दुर्घटना होती है तो जवाबदार प्रशासन होगा। इसको लेकर जनपद पंचायत खाचरौद व महिदपुर को भी गंभीर होना चाहिए था। अधिकारियों का निरीक्षण भी जरूरी था। मार्ग काफी पथरीला है। यात्रा की पूरी व्यवस्था मार्ग पर ग्रामीण लेाग ही करते हैं।
पानखेड़ी में पंचक्रोशी का स्वागत
यात्रा शुरू होते ही पानखेड़ी पहुंची। यहां ग्रामीणों के साथ सेवा सहकारी संस्था बरखेड़ा मांडन ने सभी यत्रियों को फल बांटे और भक्तों के पैर छुकर आशीर्वाद लिया। जनपद सदस्य मोतीराम पटेल, चंदरसिह पटेल, ईश्वरसिंह पटेल, कमलसिंह पटेल, बहादुरसिंह पटेल मौजूद थे।
तीन थाना क्षेत्र में जाएगी यात्रा
मेलेश्वर महादेव मंदिर से निकलने वाली यात्रा का क्षेत्र उन्हेल थाने में लगता है। यहां से यात्रा धुलेट पहुंचती है। यह थाना क्षेत्र महिदपुर में लगता है वही बाकी गांव घट्टिया थाना क्षेत्र में लगते हैं। यात्रा को लेकर पुलिस प्रशासन ने स्थायी यात्रा का पुलिस बल नहीं दे रखा है। यात्रा को थाना क्षेत्र वार छोड़ा जाता है जिसमें कई तरह की लापरवाही भी होती है। कई बार तो पुलिस बल की कमी के चलते यह यात्रा मेलेश्वर महादेव के भरोसे ही निकल जाती है।