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उज्जैन में दो जगह हैं सप्त ऋषियों के मंदिर

उज्जैन में सप्त ऋषियों के दो अलग-अलग स्थानों पर मंदिर हैं। महाकालेश्वर मंदिर प्रांगण और इंदिरा नगर के पीछे अंकपात मार्ग के समीप गयाकोठा में सप्त ऋषियों की चरण पादुकाएं और प्रतिमाएं मौजूद हैं।

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Lalit Saxena

Sep 06, 2016

Two places sapt rishi temple in ujjain

Two places sapt rishi temple in ujjain

उज्जैन. मंदिरों की राजधानी उज्जैन में सप्त ऋषियों के दो अलग-अलग स्थानों पर मंदिर हैं। महाकालेश्वर मंदिर प्रांगण में जूना महाकाल के पीछे स्थित सप्त ऋषियों का मंदिर है, वहीं इंदिरा नगर के पीछे अंकपात मार्ग के समीप गयाकोठा में सप्त ऋषियों की चरण पादुकाएं और प्रतिमाएं मौजूद हैं। पितृ पक्ष में श्रद्धालु यहां आकर इनके दर्शन-पूजन कर लाभ प्राप्त करते हैं।

दर्शन करें, ज्ञात-अज्ञात दोषों से मिलेगी मुक्ति
वर्ष भर में हुए ज्ञात-अज्ञात दोषों की मुक्ति के लिए ऋषि पंचमी के दिन सप्त ऋषि का पूजन अर्चन करें, इससे दोष मुक्त मिलेगी। पर्व के अवसर पर मंगलवार सुबह से ही गयाकोठा तीर्थ स्थित सप्त ऋषि मंदिर व महाकाल मंदिर प्रांगण स्थित सप्तऋषि मंदिर में अभिषेक पूजन का क्रम चल रहा है। महिलाएं रामघाट पर पहुंच कर 101 आंधी झाड़ा की लकडिय़ों से स्नान कर दान पुण्य करके दोष मुक्त का लाभ ले रही हैं।

महाकाल में आज वीआईपी गेट नि:शुल्क
ऋषि पंचमी के दिन महाकाल मंदिर में महिलाओं के लिए समिति ने मंदिर प्रांगण स्थित सप्तऋषि मंदिर में दर्शन के लिए विशेष व्यवस्था की है। मंगलवार सुबह 6 से शाम 5 बजे तक महिलाएं शंख तिराहे से फेसिलिटी सेंटर में बने 151 विशेष दर्शन गेट से नि:शुल्क प्रवेश मिलेगा। महिलाएं यहां से प्रवेश करते हुए मार्बल गलियारे से होते हुए नृसिंह मंदिर द्वार से प्रवेश कर सकेंगी। प्रागंण में सप्त ऋषि का मंदिर जूना महाकाल मंदिर के पीछे बना हुआ है। मंदिर के पुजारी शुभम जोशी ने बताया महिलाएं मंदिर पहुंच ऋषि का पूजन कर ब्राह्मण की पूजा, पोथी पूजा कर यथायोग्य पात्र आसान संध्या सामग्री दान करेंगी। पुजारी बालकृष्ण जोशी, भरत जोशी, गौरव जोशी परिवार की ओर से खीर प्रसाद बांटा जाएगा।

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