28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

भाव आसमान पर : कोई भी सब्जी 30 रु. किलो से कम नहीं

भीषण गर्मी के साथ ही शहर में सब्जी के भाव भी आसमान पर चढऩे लगे है। अभी तक ग्रामीण क्षेत्रों से सब्जी बड़े शहर में जाती थी, लेकिन अब बड़े शहर महानगर से सब्जी ग्रामीण क्षेत्रों में आ रही है।

2 min read
Google source verification
patrika

Vegetable market,heat,vegetable prices,rural area,Forced,vegetable export,

नागदा. भीषण गर्मी के साथ ही शहर में सब्जी के भाव भी आसमान पर चढऩे लगे है। अभी तक ग्रामीण क्षेत्रों से सब्जी बड़े शहर में जाती थी, लेकिन अब बड़े शहर महानगर से सब्जी ग्रामीण क्षेत्रों में आ रही है। शहर से भी सब्जी का अन्य शहरों में निर्यात होना बंद हो गया है। सब्जी के भाव बढऩे से कई सब्जी तो बाजार में देखने को नहीं मिल रही है। सब्जी के भाव में बढ़ोतरी होने से आवक भी असर पडऩे लगा है। साथ ही कई निर्धन परिवार इन दिनों दाल से रोटी खाकर जीवन यापन करने को मजबूर हो गया है। वर्तमान में बाजार में कोई भी सब्जी 30 रुपए किलो से कम नहीं मिल रही है। सब्जी के भाव में लगातार हो रही बढ़ोतरी से सब्जी बाजार में सन्नाटा पसरने लगा है।

बाजार में सब्जी की आवक कम
गर्मी बढऩे से क्षेत्र में जल संकट भी उत्पन्न हो गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में कुएं व ट्यूब बेल सूख गए है। किसानों के खेतों में मिट्टी के अलावा कुछ नहीं है। पानी नहीं होने से किसान सब्जी नहीं उगा पा रहा है, जिससे बाजार में सब्जी की आवक कम हो गई। इधर इन दिनों शादी विवाह समारोह की धूम मची हुई है। जिससे सब्जी की मांग भी बढ़ गई है। मांग बढऩे व आवक कम होने से सब्जी के भाव में बढ़ोतरी हो गई। शहर में वर्तमान में बड़े शहर इंदौर व रतलाम से सब्जी आ रही है।

आवक रुकने से आ रही परेशानी
एक समय था जब नागदा व खाचरौद से प्रतिदिन काफी मात्रा में सब्जी अन्य प्रांत में निर्यात होती थी। हालांकि शीत ऋतु में अभी भी सब्जी निर्यात होती है, लेकिन गत 5 वर्ष में यह आंकड़ा कम हो गया। शहर से राजस्थान के भवानीमंडी, रामगंज मंडी, गंगापुर सिटी, झालावड़, कोटा, गुजरात के सूरत, बड़ौदरा, दाहोद, गोधरा, महाराष्ट के मुंबई में सब्जी निर्यात होती हैख् लेकिन इन दिनों शहर से कुछ भी सब्जी निर्यात नहीं हो रही है, जबकि आयात हो रही है। सब्जी की आवक होने से इन दिनों नागदा के बाजार में तरोई नहीं मिल रही है। गिलकी भी नाममात्र दुकानों पर मिल रही है।

क्या है सब्जी के भाव
भिंडी 30 से 50 रु
गिलकी 50 से 70 रु
फूल गोभी 35 से 55 रु.
तरोई 50-70 रु.
नींबू 70-80 रु.
करेला 50-60 रुपए
लोकी 15 से 30 रु
पत्ता गोभी 15 से 30 रु.
भाव रुपए प्रति किलो में

प्रतिदिन आवक
प्रतिदिन सब्जी की आवक
4 से 5 टन
होलसेल व्यापारी (दलाल) : 21

कितना होता है प्रतिदिन व्यापार
4 से 5 लाख रुपए
फूटकर सब्जी विक्रेता
400 लगभग

गर्मी व जलसंकट के चलते सब्जी की आवक कम हो गई है। नागदा के आसपास से सब्जी कम आ रही है। इंदौर व रतलाम के व्यापारियों से सब्जी मंगवाई जा रही है।
- नीरज सैनी, अध्यक्ष, सब्जी, विक्रेता संघ