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कलेक्टर ने कहा- जमा ऋण अनुपात में सुधार के लिए बड़े उद्योगों को आकर्षित करना जरूरी

कलेक्टर की अध्यक्षता में डीएलसीसी की बैठक संपन्न, जमा ऋण अनुपात 34.44 प्रतिशत

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कलेक्टर की अध्यक्षता में डीएलसीसी की बैठक संपन्न, जमा ऋण अनुपात 34.44 प्रतिशत

कलेक्टर की अध्यक्षता में डीएलसीसी की बैठक संपन्न, जमा ऋण अनुपात 34.44 प्रतिशत

कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन की अध्यक्षता में कलेक्टर सभागार में डीएलसीसी की बैठक हुई। बैठक में जिले के बैंकों की सीडी रेशियो की विस्तृत समीक्षा, नाबार्ड राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास द्वारा वर्ष 2026-27 का विमोचन एवं विस्तृत चर्चा, सी एम हेल्प लाइन में लंबित शिकायतों के निराकरण पर चर्चा की गई। इसके साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी 2.0 के घटक अंतर्गत ईडब्ल्यूएस, एलआईजी, एमआईजी वर्ग के पात्र हितग्राहियों को लाभ प्रदान करने, नेशनल लोक आदालत मे प्रेषित प्रकरणों पर चर्चा, बैंकों के बढते एनपीएम एवं आरआरसी व प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना की समीक्षा की गई।


बैठक में बताया गया कि जिले का जमा ऋण अनुपात 34.44 प्रतिशत है जो भारतीय रिजर्व बैंक के न्यूनतम बेंचमार्क 40 प्रतिशत से कम है। इसके सुधार के लिए कलेक्टर ने जिला में बड़े उद्योगों को आकर्षित करने की आवश्यकता है। बड़े ऋण कि ओर ध्यान देने एवं सरकार कि महत्वाकांक्षी योजना को बैंक अविलम्ब स्वीकृत कर वितरण करने निर्देशित किया। विभागों द्वारा प्रस्तुत प्रकरणों को बैंक अविलम्ब स्वीकृति एवं वितरण की कार्रवाई करें। विभाग लक्ष्य के विरुद्ध 150 प्रतिशत प्रकरण बैंकों में प्रस्तुत करें। कलेक्टर ने कहा कि बैंको द्वारा 5405 आरआरसी प्रकरण दर्ज है जिसमें कुल 63.37 करोड़ की राशि है।
वसूली के लिए तहसीलदारों से मांग पत्र जारी कराने सभी बैंकर्स को तहसीलदार से संपर्क करने निर्देशित किया। वार्षिक साख योजना अंतर्गत बैंकों ने दूसरी तिमाही में 58.50 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया है जिसमें जिले के बैंकों द्वारा 58 प्रतिशत प्राथमिकता क्षेत्र में वित्तपोषण किया गया है। सबसे ज्यादा एनपीए इसी स्कीम में है, सबसे ज्यादा जिला सहकारी बैंक का 64 प्रतिशत एनपीए है।


शिविर के माध्यम से हुई 26.62 प्रतिशत आर केवायसी


बैठक में बताया गया कि जिले में कुल 48675 खाता धारकों की कुल राशि 21.32 करोड़ है। इन खातों में 10 वर्षों से अधिक समय से कोई लेन देन नहीं होने पर खाता अनक्लेम्ड डिपोजिट भारतीय रिजर्व बैंक के पास चली गयी है। जिले में कुल 78320 खाता धारकों की आर केवायसी पेंडिंग हैं जिसमें बैंकों द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर चार माह विशेष शिविर के माध्यम से 26.62 प्रतिशत आर केवायसी की गई। भारतीय रिजर्व बैंक भोपाल के अधिकारी रामनागर द्वारा बैंकों को आर केवायसी के लिए प्रचार प्रसार करने एवं पेंडेंसी कम करने को कहा गया। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत उमरिया अभय सिंह ,भारतीय रिजर्व बैंक भोपाल के अधिकारी राम नागर , नाबार्ड के अधिकारी विकास कुमार जैन एवं सम्बंधित विभाग के जिला प्रमुख तथा जिला के समस्त बैंक प्रबंधक उपस्थित रहे। बैठक का संचालन जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक सेवक राम सोनवानी द्वारा किया गया।