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बांधवगढ़ में आग का तांडव, चार दिन से धधक रहा जंगल

चौथे दिन वन परिक्षेत्र अनूपपुर अंतर्गत भोल गढ़ के जंगलों में लगी आग पर दमकल अमले ने पाया काबू, कई जगहों पर अब भी धधक रही आग..

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उमरिया. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के जंगल में अलग अलग जगहों पर लगी आग चौथे दिन भी धधक रही है। जंगल में तेजी से बढ़ रही आग से जंगली जानवरों की जान पर खतरा बढ़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ वन विभाग का अमला लगातार आग पर काबू पाने की कोशिशों में जुटा हुआ है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी बुधवार को बांधवगढ़ पार्क में लगी आग को लेकर भोपाल में अधिकारियों की बैठक ली और अधिकारियों को आग लगने के कारणों का पता लगाने और जल्द से जल्द आग बुझाने के लिए पर्याप्त इंतजाम करने के निर्देश दिए। सीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि आग से जंगली जानवरों को बचाने में भी कोई कसर न छोड़ी जाए। वहीं एक राहत की बात ये है कि बुधवार को वन परिक्षेत्र अनूपपुर अंतर्गत भोल गढ़ के जंगलों में लगी आग पर दमकल अमले ने काबू पा लिया है।

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चौथे दिन भी धधक रही आग
बता दें कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के जंगल में कई जगह लगी आग सात वन परिक्षेत्रों में फैल चुकी है और आग ने विकराल रुप ले लिया है। वन विभाग का अमला स्थानीय प्रशासन की मदद से लगातार आग बुझाने की कोशिशों में जुटा हुआ है। बता दें कि होलिका दहन वाले दिन बांधवगढ़ के बमेरा इलाके के जंगल में आग लग गई थी जो तेजी से फैली और देखते ही देखते तीन दिनों के अंदर आग ने सात वन परिक्षेत्रों को अपनी चपेट में लिया। आग इतनी विकराल हो चुकी है कि 15 किलोमीटर दूर से भी आग की लपटें दिखाई पड़ रही हैं और खबरों के मुताबिक टाइगर रिजर्व में बने कई रिसोर्ट भी आग की चपेट में आकर खाक हो गए हैं। मंगलवार को रिसोर्ट के मगधी गेट से पर्यटकों की एंट्री आग के कारण रोकने पड़ी थी।

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आग लगने के कारणों का खुलासा नहीं
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में आग लगने के पीछे कई कारण सामने आ रहे हैं लेकिन अभी तक टाइगर रिजर्व प्रबंधन या फिर वन विभाग की ओर से कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया है। पहले सामने आया था कि बांसों के आपस में रगड़ने से आग फैली थी तो उसके बाद कहा गया कि महुआ बीनने वालों के भालु के हमले से बचने के लिए आग लगाई गई थी जिससे आग फैली। यहां ये भी बता दें कि गर्मी के दिनों में इस तरह की घटनाएं आम तौर पर जंगल के अंदर हो जाती हैं, लेकिन इस बार आग ने विकराल रूप धारण कर लिया है।

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