इस हर्बल गुलाल से त्वचा में कोई नुकसान नहीं होगा एवं पर्यावरण की सुरक्षा में भी कारगर होगा । हर्बल गुलाल बनाने का आइडिया समूह की अध्यक्ष राधा सिंह को ग्राम नोडल द्वारा प्रेरित करने से प्राप्त हुआ। इस गुलाल की खास बात है कि गुलाल में किसी भी तरह के रसायन का उपयोग नहीं किया गया है। गुलाल पूरी तरह से प्राकृतिक और पर्यावरण के अनुकूल है। आस-पास के ग्रामों में जुड़े समूह से समस्त परिवारों को हर्बल गुलाल उपयोग करने के लिये राधा सिंह द्वारा अपील की गई है।
ग्राम नोडल ऋचा बिरथरे का कहना है कि उन्होंने सोशल मीडिया पर हर्बल गुलाल बनाने की विधि देखकर समूह के सदस्यों को अवगत कराया। राधा सिंह का कहना है कि गुलाल बनाना बहुत आसान है कम लागत में इसे बनाया जा सकता है, ये पूरी तरह से केमिकल से फ्री है , त्वचा के लिये लाभकारी है।
जिला प्रबंधक लघु उद्यमिता महेन्द्र बारस्कर का कहना है कि हर्बल गुलाल लोगों को बहुत पसंद आ रहा है । आने वाले वर्ष में ये गुलाल बहुतायत में बनाया जायेगा। जिला परियोजना प्रबंधक चंद्रभान सिंह ने बताया कि आगामी वर्षो में स्थानीय हाट बाजार एवं आजीविका मार्ट के माध्यम से इसकी बिक्री करायी जाएगी। जिससे एक ओर पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा वही दूसरी ओर स्व सहायता समूहों को अतिरिक्त आय का स्त्रोत बढ़ेगा।