घटना की गंभीरता को देखते हुए उप पुलिस महानिरीक्षक शहडोल संभाग सविता सुहाने एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतिपाल सिंह महोबिया ने घटना स्थल का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए आरोपियों पर 20 हजार रुपये का ईनाम उद्घोषित किया गया। थाना प्रभारी मानपुर ने आरोपियों की पतासाजी के लिए थाने में अलग-अलग टीमों का गठन कर क्षेत्र में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले। सीसीटीवी फुटेज देखने से ज्ञात हुआ कि दोनों मृतक अंतिम बार 16 मई को ग्राम बरबसपुर के अनिल खटिक के साथ देखे गए हैं। सायबर सेल की मदद से संदेही अनिल खटिक को थाना लाकर पूछताछ की गई। उसने अपना जुर्म स्वीकार करते हुये बताया कि मनीष साहू उसका पैसा नहीं दे रहा था और उसे गाली देता था। 16 मई को शाम 6 बजे मृतक एवं मृतिका काफी नशे में थे।
अनिल खटिक ने अपने दोस्त पवन कुशवाहा के साथ मिलकर मनीष साहू के गले में चाकू मार कर उसकी हत्या कर दी। मनोरमा के चिल्लाने पर दोनों उसकी भी हत्या कर दी। दोनों के शव को झाडिय़ों में छिपा कर पेट्रोल डालकर जला दिया। चाकू को झाडिय़ों में छिपा दिया। इसके बाद मृतक एवं मृतिका के चप्प्ल एवं कपड़े छिपा दिए। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर मृतक के कपड़े मोबाइल, चाकू आदि बरामद कर दोनो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया। आरोपियों ने पूर्व में भी हत्या का अपराध कारित किया है जिसका प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम अनिल खटिक पिता सुखनंदीलाल खटिक, पवन कुशवाहा पिता बिहारी कुशवाहा उम्र 19 वर्ष दोनों निवासी बरबसपुर थाना मानपुर जिला उमरिया हैं।