
पति और प्रेमी के बीच करना था एक चुनाव और प्रेमिका ने उठा लिया खौफनाक कदम
उन्नाव. पति और प्रेेेमी में से एक को चुनने कि शर्त पर विवाहिता ने पति को चुना और साजिश रच कर प्रेेेमी की हत्या कर दी। हत्या भी इतनी निर्दयता से की कि पहले तेज धार चाकू से गर्दन अलग किया। इस पर भी मन नहीं माना तो पेट चीर दिया। वो की नृशंस हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पति पत्नी ने अपना जुर्म कबूल लिया और इसके लिए उन्हें कोई पछतावा भी नहीं है। जबकि घर में छोटे-छोटे तीन बच्चे हैं। जिसमें सबसे बड़ी बिटिया 5 साल की है। पुलिस अधीक्षक ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि उपरोक्त मामले में 4 लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया गया था। जिसमें एक सही था। बाकी तीन निर्दोष थे। घटना का सही खुलासा करने पर शेष तीन निर्दोष जेल जाने से बच गये। थानाध्यक्ष राजेश सिंह ने हत्या के संबंध में बताया कि पति पत्नी की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त आला कत्ल, टूटा हुआ मोबाइल फोन और सिम आदि भी बरामद कर लिया है।
घटना फतेहपुर 84 थाना क्षेत्र के पट्टी उस्मानपुर की
घटना फतेहपुर 84 थाना क्षेत्र के गांव पट्टी उस्मानपुर स्थित कब्रिस्तान का है। विगत 5 जुलाई को रात लगभग 9:30 बजे छुट्टके पुत्र शमशेर उसकी पत्नी समरून निवासीगण पट्टी उस्मानपुर थाना फतेहपुर 84 ने मिलकर रामू पुत्र राजकुमार निवासी पट्टी उस्मानपुर थाना फतेहपुर 84 की नृशंस हत्या कर दी थी। घटना के संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक हरीश कुमार ने बताया कि छुट्टके की पत्नी समरून और मृतक रामू पुत्र राजकुमार के आपस में शारीरिक संबंध थे। जिसकी जानकारी समरून के पति छुट्टके को गई थी। इस पर छुट्टके ने समरून से कहा तुम्हें दोनों में से एक को चुनना है। चाहे मुझे जहर दे दो या फिर उसको मार डालो। इस पर समरून ने कहा मेरे छोटे-छोटे बच्चे हैं।
हत्या के पहले जमकर शराब पिलाई और घटनास्थल पर बुलाया
इसलिए रामू को रास्ते से हटाना पड़ेगा। इस पर दोनों ने आपसी रजामंदी से रामू को शराब पीने के बहाने घर बुलाया और शराब भी रामू से ही मंगवाया था। जाम से जाम लड़ाने के दौरान सोची समझी रणनीति के तहत छुट्टके ने रामू को ज्यादा शराब पिलाई। जिससे वह बेसुध हो गया। इसके बाद रामू अपने घर चला गया। देर रात फोन पर छुट्टके करने अपनी पत्नी के माध्यम से रामू को घटनास्थल पट्टी उस्मानपुर कब्रिस्तान के पास बुलाया। जहां पहले से मौजूद छुट्टके ने तेज पैनी धार वाले चाकू से उसकी गर्दन पर वार करके सर अलग कर दिया। इसके बाद भी मन नहीं माना तो दोनों ने मिलकर उसके पेट को चीर दिया। पुलिस अधीक्षक के अनुसार नृशंस हत्या के बाद उस्मानपुर पट्टी स्थित मिडिल स्कूल के हैंडपंप में अपने खून के धब्बे साफ किए और घर चले गए।
सही खुलासे में तीन निर्दोष जेल जाने से बचे
इधर रामू के घर वापस ना आने पर परिजनों ने खोजने का प्रयास किया। लेकिन वह नहीं मिला। सुबह जब ग्रामीण शौच क्रिया के लिए निकले तो उन्हें गांव के बाहर रामू का शव मिला। पुलिस अधीक्षक के अनुसार मृतक रामू का भाई राजकुमार ने चार लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया था। पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी फतेहपुर 84 राजेश सिंह की पीठ थपथपाते हुए कहा कि सही खुलासे के कारण अन्य तीन निर्दोष जेल जाने से बच गए और दोषी पति-पत्नी को अपने कर्मों की सजा मिली। गिरफ्तार करने वाली टीम में फतेहपुर 84 थाना प्रभारी राजेश सिंह के साथ उप निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह, सुबोध कुमार, प्रदीप कुमार, अमर सिंह, अजय सिंह, ममता राजपूत आदि शामिल थे।
Published on:
08 Jul 2018 10:32 pm
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