Uttar Pradesh Budget Session 2023: उत्तर प्रदेश विधानमंडल का बजट सत्र इस बार कई मायनों में अहम होगा। इस सत्र में कई पुराने नियमों में बदलाव किए जाएंगे।
20 फरवरी से यूपी विधानमंडल का बजट सत्र शुरू हो रहा है। यह बजट सत्र कई इतिहास रचने वाला है। बजट सत्र के दौरान सदन में विधानसभा प्रक्रिया और कार्य-संचालन नियमावली का संशोधित ड्राफ्ट को पेश किया जाएगा।
साथ ही कई नियमों में बदलाव किए जाएंगे। संसद की तरह यूपी के विधानसभा में सर्वश्रेष्ठ विधायक का चयन करने का काम शुरू होगा। ऐसा करने वाला यूपी पहला राज्य बन जाएगा।
संशोधित ड्राफ्ट को विधानसभा अध्यक्ष को दिया जाएगा
विधानसभा सचिवालय के अनुसार, संशोधित ड्राफ्ट पूरी तरह से तैयार हो गया है। इस ड्राफ्ट को एक या दो दिन में विधानसभा अध्यक्ष को सौंप दिया जाए। उम्मीद है कि 28 फरवरी को संशोधित ड्राफ्ट सदन में पेश होगा।
विधानसभा सदन में संशोधित ड्राफ्ट पर चर्चा होगी। इस पर कई महत्वपूर्ण सुझाव आएंगे, जिसे जोड़ते हुए नियमावली को मंजूरी दी जाएगी। सदन से मंजूरी मिलने के बाद यह प्रस्ताव विधानसभा सचिवालय के पास जाएगा।
सचिवालय इसकी अधिसूचना जारी करेगा और इसी के साथ विधानसभा के कई पुराने नियम खत्म हो जाएंगे और नए नियम लागू हो जाएंगे।
नियम में क्या बदलाव होंगे?
आसान भाषा: विधानसभा सदन में नए नियम लागू होने के बाद जो बिल पेश किया जाएगा। वह आसान भाषा में होगा। जिसे पढ़ने और समझने में विधायकों को आसानी हो। पहले की भाषा शुद्ध हिंदी में होती थी, जो आजकल के नए विधायकों को जल्दी से समझ में नहीं आती थी। विधानसभा प्रश्नोत्तर के नियमों में भी बदलाव किया गया है।
7 दिन का होगा नोटिस पीरियड: नई नियमावली में सदन की बैठक को लेकर नोटिस पीरियड 7 दिन का किया जा रहा है। पुराने नियमावली में चौदह दिन का था, लेकिन अब कम्युनिकेशन के माध्यम तेज हैं, इसलिए कम कर दिया गया है।
प्रश्नों के उत्तर पहले मिलेंगे: नई नियमावली लागू होने के बाद सुबह साढ़े दस बजे तक उस दिन के अजेंडे के सारे प्रश्नों के उत्तर विधायकों के टैबलेट में होंगे। इससे पहले प्रश्न पेश किए जाने के बाद उत्तर मिलते थे।
विधानसभा में बनी है डिजिटल गैलरी
यूपी विधानसभा की डिजिटल गैलरी बनाई गई है। इसका नाम विधायी वीथिका, डिजिटल गैलरी है। इस गैलरी में अब तक की विधानमंडल की सभी कार्यवाही मिलेगी। यह गैलरी विधान भवन के गेट नंबर दो के पास है।
डिजिटल गैलरी में पांच 5 जनवरी, 1887 से लेकर अभी तक के विधानसभा के सफर को दर्शाया गया है।
ब्रिटेन की संसद के हाथों में होता था सभी विधायी कार्य
गैलरी के जरिए बताया गया कि 1861 तक सभी विधायी कार्य ब्रिटेन की संसद के हाथों में होता था। पांच जनवरी, 1887 को नौ नाम निर्देशित सदस्यों के साथ लेजिस्लेटिव काउंसिल यानी विधान परिषद का गठन हुआ। इसका नाम ‘नॉर्थ वेस्टर्न प्रोविंसेज ऐंड अवध लेजिस्लेटिव काउंसिल’ था।
इसकी पहली बैठक 8 जनवरी, 1887 को इलाहाबाद के थार्न हिल मेमोरियल हॉल में हुई थी। अंग्रेजों के शासन काल में ही देश के पांच और राज्यों सहित इस राज्य का विधान मंडल भी एक सदन से द्विसदनीय हो गया था। इन्हें लेजिस्टलेटिव असेंबली यानी विधानसभा और लेजिस्लेटिव काउंसिल यानी विधानपरिषद के नाम दिया गया था।
सीएम योगी ने किया डिजिटल गैलरी का उद्धाटन
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस गैलरी का उद्घाटन बजट सत्र शुरू होने से एक दिन पहले ही कर दिया है। इस दौरान उनके साथ विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य, विधायक रघुराज प्रताप सिंह समेत कई दलों के नेता मौजूद रहे।
डिजिटल गैलरी के उद्घाटन करने के बाद सीएम योगी ने कहा कि इस गैलरी से अतिथियों को महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी।
20 फरवरी से बजट सत्र शुरू हो रहा है। इसकी शुरुआत राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण से होगी। 22 फरवरी को यूपी सरकार विधानसभा में अपना बजट रखेगी।