यूपी के सभी मेडिकल कॉलेजों, चिकित्सा संस्थानों व राजकीय मेडिकल कॉलेजों में कोविड केयर सेंटर में भर्ती मरीजों मरीजों के लिए एक बार फिर डिस्चार्ज पॉलिसी में बदलाव किया गया है। अब कोरोना वायरस के हल्के और कम तीव्रता के शुरुआती लक्षण वाले मरीज बिना जांच के ही दस दिन बाद डिस्चार्ज किए जा सकेंगे, हालांकि उन्हें 7 दिनों तक अनिवार्य रूप से होम आइसोलेशन में रहना होगा। केवल गंभीर रोगियों की ही जांच करवाई जाएगी। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश ने रिवाइज्ड डिस्चार्ज पॉलिसी जारी की है, इसमें मरीजों को अब नई गाइडलाइन के अनुसार अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी। हल्के व कम तीव्रता के शुरुआती लक्षण वाले मरीजों के लिए यह जरूरी है कि डिस्चार्ज होने से पहले उन्हें तीन दिन तक बुखार न आया हो। वहीं कोरोना के तीव्र व मध्यम लक्षण वाले वह मरीज जिनके लक्षण तीन दिन में समाप्त हो गए हों और अगले चार दिन ऑक्सीजन सेच्युरेशन 95 प्रतिशत के ऊपर है, तो ऐसे रोगियों को भी भर्ती होने के दस दिन बाद बिना जांच के डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
यूपी स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन ने बताया कि कल प्रदेश में 1,01,039 सैंपल्स की जांच की गई है। अब तक प्रदेश में कुल 33,14,435 टेस्ट किए जा चुके हैं। देश में प्रतिदिन टेस्ट में सबसे अधिक टेस्ट करने वाला राज्य उत्तर प्रदेश है। कल 5 सैंपल के 3248 पूल लगाए गए जिसमें से 667 में पॉजिटिविटी देखी गई। 10 सैंपल के 241 पूल लगाए गए जिसमें से 26 में पॉजिटिविटी देखी गई। अब तक सर्विलांस से 52473 इलाकों में 1,67,07,379 घरों का सर्विलांस किया गया है, जिसमें 8,41,00,169 लोग रहते हैं। प्रदेश में अब तक 61794 कोविड हेल्प डेस्क स्थापित किए जा चुके हैं।