वाराणसी. निर्वाचन आयोग ने अपना दल को निशस्त्र कर दिया है। पार्टी का चुनाव निशान अनुप्रिया पटेल गुट की ओर से रजिस्टर्ड अपना दल सोनेलाल को आवंटित करने के साथ ही सभी जिलाधिकारियों को आदेश जारी कर दिया है कि वह अपन दल के नाम पर कोई भी फार्म ए या बी न स्वीकार करें। कुल मिलाकर अपना दल की विरासत हथियाने की जंग में वर्तमान समय में केन्द्रीय राज्यमन्त्री अनुप्रिया पटेल मां कृष्णा पटेल और बहन पल्लवी पटेल से आगे निकल चुकी हैं। अपना दल में हुए झगड़े के लिये दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप मढ़ते हैं। अनु्प्रिया पटेल ने प्रदेश कार्यालय में अपना ताला जड़ दिया तो उन्हें मां कृष्णा पटेल ने पार्टी से ही निकाल दिया। इसके बाद शुरू हुई विरासत की जंग अब एक खतरनाक निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है, जिसमें अनुप्रिया काफी आगे दिख रही हैं।