30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

BHU MMV की छात्राओं पर मोबाइल व ईयर फोन के इस्तेमाल पर रोक

प्रॉक्टोरियल बोर्ड कर रहा जोर जबरदस्ती। छात्राओं ने किया विरोध, मांगा लिखित आदेश।

3 min read
Google source verification
mmv bhu

mmv bhu

वाराणसी. काशी हिंदू विश्वविद्यालय की छात्राओं पर बंदिशों का दौर खत्म होता नजर नहीं हो रहा है। ये हाल तब है जब इन्हीं बंदिशों की चिंगारी ने ज्वाला का रूप धरा और एक छेड़खानी के बाद वे आंदोनल को बाध्य हुईं। उन पर बेरहमी से लाठियां बरसाई गईं। बेगुनाह छात्रों में संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। पूरे देश भर में इसे लेकर हंगामा मचा। कुलपति को फोर्स लीव पर भेजा गया। मजिस्ट्रेट जांच, क्राइम ब्रांच की जांच, न्यायिक जांच, महिला आयोग की जांच शुरू हुई। लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन के रुख में कोई अंतर नहीं आ रहा। अब महिला महाविद्याय की छात्राओं को मोबाइल पर बात करते हुए परिसर से बाहर निकलने, कान में ईयर फोन लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। लेकिन इसका कोई लिखित आदेश नहीं है। इसका छात्राओं ने विरोध किया है। उन्होंने लिखित आदेश की प्रति मांगी है, उसे नोटिस बोर्ड पर चस्पा करने की मांग की है।

बता दें कि इन छात्राओं पर पहले विश्वविद्यालय प्रशासन ने रात नौ बजे के बाद मोबाइल फोन पर बात करने पर रोक लगाई थी। छात्राओं पर छात्राओं को शाम ढलने के बाद छात्रावास के बाहर आने जाने पर प्रतिबंध लगा था। वे क्या पहनेंगी, क्या खाएंगी यह सब विश्वविद्यालय प्रशासन तय करता रहा। इन सबका छात्राओं ने समय-समय पर विरोध किया। लेकिन उनकी आवाज को दबा दिया गया। अब महिला महाविद्याय द्वार से मोबाइल से बात करते या ईयर फोन कान में लगाते हुए जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। लेकिन इससे संबंधित कोई आदेश वहां तैनात महिला या पुरुष सुरक्षाकर्मियों के पास नहीं है। ऐसे में छात्राओं ने इसका विरोध किया। इस पर सुरक्षाकर्मियों का जवाब था कि महिला महाविद्यलाय गेट तिराहे पर है, अगर छात्राएं मोबाइल पर बात करते हुए निकलेंगी तो दुर्घटना हो सकती है। इसे लेकर छात्राओं और सुरक्षाकर्मियों संग कहा सुनी भी हुई। इस नए प्रतिबंध के बाबत लिखित आदेश की मांग कर रही हैं।

इस बीच विश्वविद्यालय परिसर में छात्राओं संग छेड़खानी का कर्म बदस्तूर जारी है। अब तो आधी रात के बाद छात्राओं के हॉस्टल में युवकों के कूदने की घटनाएं भी होने लगी हैं। 21 से 23 सितंबर की घटना के बाद से छात्राओं के साथ छेड़खानी की कई घटनाएं सामने आईं। एक मामले में तो एक छात्र ने समाजविज्ञान संकाय (नवीन भवन) में घुस कर छात्रा के साथ मारपीट तक की। इसके अलावा शुक्रवार की शाम नवीन छात्रावास के समीप बाइक सवाल कुछ छात्रों ने समाजशास्त्र विभाग की छात्राओं संग छेड़खानी की. ये छात्राएं परिसर के बाहर से दवा लेकर हैदराबाद गेट से आ रही थीं।

आधी रात के बाद पावगी छात्रावास में घुसा युवक

हैदराबाद गेट के समीप ही स्थित एक अन्य छात्रावास (पावगी छात्रावास) में गुरुवार की रात 1.30 बजे एक युवक चहारदीवारी फांद कर घुस गया। कुछ देर तक हंगामे की स्थिति रही। सूचना पर प्रॉक्टोरियल बोर्ड की क्यूआरटी टीम पहुंची लेकिन तब तक युवक भाग चुका था। लेकिन इसे लेकर छात्राओं में दहशत का माहौल है। ये सब तब है जब पूरे परिसर में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त के इंतजाम के दावे किए जा रहे हैं।

छात्राओं के मोबाइल व ईयर फोन इस्तेमाल पर रोक नहींः चीफ प्रॉ़क्टर

इन तीनों ही मामलों पर जब पत्रिका ने चीफ प्रॉक्टर प्रो.रोयाना सिंह से बात की तो उनका कहना था कि एमएमवी की छात्राओं पर मोबाइल पर बात करने या कान में ईयर फोन लगा कर निकलने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। यह बताने पर कि ऐसा छात्राओं के साथ जबरन किया जा रहा है। चीफ प्रॉक्टर का जवाब था कि वह इस मामले को दिखवाएंगी। परिसर में जो सामान्य ट्रैफिक रूल हैं वही फलो किए जा रहे हैं। इसके अलावा कोई अन्य निर्देश जारी नहीं किया गया है। पावगी छात्रावास की घटना के बाबत उन्होंने कहा कि घटना सही है, इसकी जांच कराई जा रही है। पुलिस व प्रॉक्टोरियल बोर्ड के लोग लगे हैं। नवीन छात्रावास की घटना को भी उन्होंने गंभीर बताया। कहा कि हैदराबाद गेट के पास के इलाके में भी जिक जैक बैरिकेडिंग कराने का प्रयास किया जा रहा है। सीसी टीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। स्ट्रीट लाइटें भी होंगी ताकि वहां ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।