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काशी विद्यापीठ में प्रबंधकों व सुरक्षाकर्मियों मेें भिड़ंत, महिला सुरक्षाकर्मी से बदसलूकी

फीस वृद्धि का विरोध करने पहुंचे थे सेल्फ फाइनेंस कॉलेज के प्रबंधक, छात्रों ने भी घटना को लेकर किया हंगामा

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Mahatma Gandhi Kashi Vidyapith

Mahatma Gandhi Kashi Vidyapith

वाराणसी. महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में गुरुवार को सेल्फ फाइनेंस कॉलेज के प्रबंधक व परिसर के सुरक्षाकर्मियों के बीच केन्द्रीय कार्यालय में प्रवेश को लेकर भिड़ंत हो गयी। महिला सुरक्षाकर्मी ने भी प्रबंधकों को रोकने का प्रयास किया तो उसके साथ बदसलूकी की गयी। इसी बीच छात्र भी वहां पहुंच गये और प्रबंधकों के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। सूचना पर पहुंची सिगरा पुलिस ने सभी को हटा कर वहां की स्थिति को नियंत्रित किया।
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विश्वविद्यालय से संबंद्ध सेल्फ फाइनेंस कॉलेज के प्रबंधक परीक्षा शुल्क का विरोध करने परिसर पहुंचे थे। प्रबंधक जब वीसी से मिलने के लिए केन्द्रीय कार्यालय के बाहर पहुंचे तो सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया। पांच लोगों के अंदर जाने की बात पर सहमति बनी। इसी बीच अन्य प्रबंधक भी कार्यालय में जाने का प्रयास करने लगे। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें प्रवेश से रोका तो बात बिगड़ गयी। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में भिड़ंत हो गयी। मौके पर तैनात महिला सुरक्षाकर्मी से धक्का-मुक्की व बदसलूकी भी हुई। विश्वविद्यालय प्रशासन के लोग भी प्रवेश द्वार पर आ गये और प्रबंधकों से जमकर नोकझोंक हुई। छात्रों को जब इस घटना की जानकारी हुई तो वह भी प्रबंधक का विरोध करने पहुंच गये। छात्रों को वहां पर आने से बात बिगड़ सकती थी लेकिन सिगरा पुलिस ने सभी पक्षों को हटा कर स्थिति को संभाला। खबर लिखे जाने तक प्रबंधक व विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच वार्ता चल रही थी।
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फीस वृद्धि का विरोध करने पहुंचे थे प्रबंधक, परीक्षा बहिष्कार की दी धमकी
स्ववित्तपोषी महाविद्यालय प्रबंधन एसोसिएशन के बैनर तले दर्जनों कॉलेज के प्रबंधक फीस वृद्धि का विरोध करने परिसर पहुंचे थे। प्रबंधकों का आरोप था कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने 70 से 100 प्रतिशत तक शुल्क वृद्धि कर दी है, जिससे छात्रों पर आर्थिक मार पड़ी है। प्रबंधकों का आरोप था कि विश्वविद्यालय प्रशासन उनकी बात नहीं सुन रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन तानाशाही पर उतर आया है। परिसर के बाहर ही उनके वाहनों को रोका गया। परिसर के अंदर वाहन को प्रवेश तक नहीं करने दिया गया। प्रबंधकों ने धमकी देते हुए कहा कि यदि फीस वृद्धि वापस नहीं ली जाती है तो कोई भी कॉलेज पैसा नहीं जमा करेगा। इसके बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन नहीं मानता है तो परीक्षा बहिष्कार किया जायेगा।
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