आईआईटी बीएचयू की छात्रा के साथ हुई छेड़खानी, उसके कपड़ा उतार कर वीडियो बनाने के मामले के बाद धरना दे रहे आईआईटियंस को पुलिस ने समझाबुझाकर मना लिया है। रात 8 बजे के बाद पुलिस के समझाने के बाद सुरक्षा के भरोसे पर धरना समाप्त हुआ है।
वाराणसी। आईआईटी बीएचयू की छात्रा के साथ हुई छेड़खानी की घटना का पटाक्षेप रात 8 बजे के बाद पुलिस के आश्वासन के बाद हुआ। कैम्पस में बीती रात 1 बजे रात के बाद वाक् कर रही छात्रा के साथ बुलेट से आए तीन लड़कों ने पहले मुंह दबाकर किस की और आरोप है कि फिर कोने में ले जाकर कपड़ा उतारा और वीडियो बने। छात्रा ने किसी तरह खुद को उनके चंगुल से बचाया। इस घटना के बाद आईआईटी के स्टूडेंस्ट ने प्रोटेस्ट सुबह दस बजे शुरू किया तो लखनऊ और फिर दिल्ली तक हड़कंप मच गया। प्रियंका गांधी से लेकर अखिलेश यादव तक ने ट्वीट कर सरकार को घेरा। उधर निदेशक मौके पर नहीं पहुंचे तो छात्रों का आक्रोश बढ़ता गया। इसके बाद देर शाम मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने पहले छात्रों और फिर आईआईटी निदेशक से बातचीत की और फिर कैम्पस में सुरक्षा की गारण्टी स्टूडेंट्स को दी जिसके बाद छात्रों ने अपना धरना समाप्त कर दिया है। पुलिस और आईआईटी प्रशासन ने स्टूडेंट्स की सात बातें मानी है जिसके बाद धरना समाप्त किया गया है।
पुरानी घटनाओं से नहीं लिया सबक
रिसर्च स्कालर दीपक राठौर ने इस सम्बन्ध में बताया कि यहां पर जब से आईआईटी बना हिअ तब से सिक्योरिटी की दिक्क्त है। कुछ दिन पहले एक सुरक्षा गार्ड ने स्टूडेंट्स से छेड़खानी की थी। वहां हिला हवाली की गई। उसके बाद एसएन बोस हॉस्टल में के पास भी छेड़खानी ही उसमे भी कुछ नहीं हुआ। उसके बाद बीती रात एक निंदनीय घटना हुई है। अगर एक घटना हुई होती तो ठीक था पर लगातर वही चीज हो रही तो आईआईटी को सोचना चाहिए।
निदेशक मौके पर आएं
पुलिस की कार्रवाई पर दीपक राठौर ने कहा कि पुलिस ने क्या किया सिर्फ एफआईआर, पुलिस को चाहिए था कि वो यहां प्रोटेस्ट मैनेज न करके कलपिट्स को ढूंढती और उन्हें यहां पकड़ के लाते या उसके ऊपर कार्रवाई करती। वहीं उन्होंने शाम में हुई छात्रों और निदेशक के साथ हुई चर्चा पर कहा कि यह कौन सी बात हुई निदेशक हमारे गार्जियन है उन्हें यहां आना चाहिए था। बंद कमरे में बैठकर दीं और निदेशक 20 से 22 साल के लड़के को बहका सकते हैं तो उन्हें यहां आना चाहिए
पहुंची पुलिस तो बनी बात
आईआईटी बीएचयू में हुई छेड़खानी के बाद प्रियंका गांधी और अखिलेश यादव के साथ ही साथ अजय राय और कई नेताओं ने ट्वीट कर सत्ता पक्ष को घेरना शुरू किया तो दिल्ली तक इसकी चर्चा शुरू हुई। देर शाम पहुंची पुलिस ने निदेशक और फिर बच्चों से बात कि बच्चों की डिमांड पर आईआईटी बीएचयू ने बीएचयू में आम लोगों का प्रवेश शाम 5 बजे से रात 10 बजे तक नहीं करने देने की बात मान ली है। इसके अलावा सभी महत्वपूर्ण पॉइंट्स पर है डेंसिटी के सीसीटीवी कैमरे भी जल्द से जल्द स्टाल किए जाएंगे। वहीं इस संबंध में आईआईटी बीएचयू पहुंचे एडिशनल कमिश्नर लॉ एन्ड ऑर्डर ने कहा कि हमें छात्रों से बात कर उनकी मांग मानी है। आईआईटी में सिक्योरिटी के लिए अब हर समय वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस मौजूद रहेगी।