वाराणसी

राममंदिर मुक्ति आंदोलन में मृत कारसेवकों की सद्गति के लिए काशी विश्वनाथ धाम में होगा महारुद्राभिषेक

राममंदिर मुक्ति आंदोलन में मारे गए कारसेवकों की आत्मा की सद्गति के लिए श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में गुरुवार को महारुद्राभिषेक किया जाएगा। 200 से अधिक कारसेवकों के लिए देश के महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, आचार्य, संत, महात्मा रुद्राभिषेक करेंगे।

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Nov 02, 2023
Ram Mandir

वाराणसी। धर्म की नगरी काशी में गंगा महासभा द्वारा आयोजित संस्कृति संसद का गुरुवार को आगाज हो जाएगा। काशी पहुंच चुके करीब 1200 महामडलेश्वर, मंडलेश्वर, संत, महात्मा गुरुवार को श्रीकाश विश्वनाथ में महारुद्राभिषेक करेंगे। यह महारुद्राभिषेक राममंदिर मुक्ति आंदोलन में मृत कारसेवकों सद्गति के लिए किया जाएगा। शाम 4 बजे होने वाले इस आयोजन को लेकर गंगा महासभा और मंदिर प्रशासन ने तैयारियां पूर्ण कर ली है। गंगा महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि राममंदिर की मुक्ति के लिए जिन लोगों ने बलिदान दिया उन्हें याद करने का इससे उपयुक्त समय और कुछ नहीं हो सकता जबकि राममंदिर में अगले वर्ष रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है।

गंगा के रास्ते संत पहुंचेगे विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार

स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि सभी धर्माचार्यों, महामंडलेश्वरों, मण्डलेश्वरों, आचार्यों, संतों को गंगा के रास्ते श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार ले जाया जाएगा। यहां गंगा द्वार से गंगा जल लेकर सभी संत बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करेंगे। उसके बाद मंदिर परिसर में भी राममंदिर मुक्ति आंदोलन में मृत कार सेवकों की आत्मा की शान्ति के लिए महारुद्राभिषेक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि चार सफल आयोजनों के बाद संस्कृति संसद अब पांचवें वर्ष में पहुंच गई है। शुक्रवार से शुरू होने वाले मुख्य सत्र में धर्म पर विमर्श, शनिवार को मातृ विमर्श, रविवार को युवा विमर्श और 3 से 5 नवंबर तक कई समानांतर सत्र होंगे।

विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने की है विशेष तैयारी
गुरुवार को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में महामंडलेश्वर, धर्माचार्यों के आने के मद्देनजर मंदिर प्रशासन ने शाम में तीन घंटे तक तीन गेट से आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबन्ध लगाया है। कॉरिडोर के गंगा द्वार, सरस्वती फाटक और गेट नंबर चार से आम श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ सुनील वर्मा ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि देश भर के धर्माचार्य, संत, आचार्य शाम में विश्वनाथ कॉरिडोर पहुंचेंगे और श्रीकाशी विश्वनाथ का महारुद्राभिषेक करेंगे ऐसे में श्रद्धालुओं को शाम 4 से शाम 7 बजे तक सिर्फ नंदू फरिया गली और ढुंढिराज गणेश द्वार से ही प्रवेश मिलेगा। इसके अलावा गर्भगृह में भी श्रद्धालु पश्चिमी गेट से ही दर्शन कर पाएंगे बाकी तीन द्वारों से संत दर्शन करेंगे।

Published on:
02 Nov 2023 08:13 am
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