
Many people especially youth became tensed in Covid time
लखनऊ. Many people especially youth became tensed in Covid time. कोरोना काल (Corona Virus) में लोगों का बर्ताव काफी प्रभावित हुआ है। किसी को नौकरी छूटने का गम है तो किसी को संक्रमण के साथ ही बीमारियों और करियर की चिंता है। वाराणसी में इस तरह के कई केस बीते महीनों में सामने आए हैं। मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा और बीएचयू अस्पताल के मनोचिकित्सा विभाग में चलने वाली ओपीडी में 18 से लेकर 70 साल तक के लोग इन दिक्कतों के साथ-साथ पोस्ट कोविड की समस्याओं को लेकर पहुंच रहे हैं। मंडलीय अस्पताल में रोज 20 जबकि बीएचयू में 25 मरीज पहुंच रहे हैं। इनमें से ज्यादातर को घबराहट, तनाव, उदासी और अनिद्रा की परेशानी है। इलाज के साथ-साथ चिकित्सक काउंसलिंग भी करते हैं और लोगों को तनाव मुक्त जीवन जीने की प्रेरणा देते हैं।
युवाओं की संख्या अधिक
मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा में मनोचिकित्सक डॉ. अमनदीप गिल ओहरी के मुताबिक इनमें युवाओं की संख्या अधिक है। ओपीडी में हर दिन 18 से लेकर 40-45 साल तक के 15 से 20 लोग आ रहे हैं। कुछ रोजगार छिनने से तनाव में हैं तो छात्रों को पढ़ाई न होने और भविष्य की चिंता है। मनोचिकित्सक डॉ. रवींद्र कुशवाहा कहते हैं, स्वास्थ्य केंद्रों पर भी काउंसलिंग की जा रही है। महिलाओं, बच्चों ने लंबे समय से घर में रहने, बाहर न निकल पाने की वजह से चिढ़ महसूस होने लगी है।
बीएचयू में पोस्ट कोविड टास्क फोर्स कमेटी गठित
बीएचयू के शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों और छात्रों की मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के निवारण के लिए पोस्ट कोविड टास्क फोर्स कमेटी का गठन किया गया है। मनोचिकित्सा विभाग के अध्यक्ष प्रो. संजय गुप्ता की अध्यक्षता वाली कमेटी विभिन्न माध्यमों से मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने में लगी है। प्रो. गुप्ता ने कहा कि वेबिनार सहित अन्य आयोजन भी हो रहे हैं। ताकि मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान हो सके।
Updated on:
03 Jul 2021 09:41 am
Published on:
02 Jul 2021 05:37 pm
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