बंदरों के आतंक के परेशान वाराणसी के लोग अब लंगूर लेकर आए हैं। परेशान लोगों ने बाजार से लाकर लंगूर का कटआउट छतों पर और बालकनी में लगा दिया है।
Varanasi News: आपने लंगूरों के उत्पाद मचाने की खूब सारी खबरें सुनी होंगी लेकिन यूपी में एक ऐसा जिला है जहां लंगूरों को खरीदा-बेचा जा रहा है। वाराणसी में लंगूरों को खरीदा-बेचा जा रहा है। आइए समझते हैं क्या है मामला। वाराणसी में बंदरों के आतंक से बचाव के लिए लोगों ने अनोखा तरीका अपनाया है।
यहां लोगों ने अपने घरों पर लंगूर के कटआउट लगाकर बंदरों को बिना नुकसान पहुंचाए घर से दूर रखने और उनके आतंक से राहत पाने का प्रयास किया है। लोगों का कहना है कि लंगूरों के कटआउट लगाने के बाद बंदरों का आना कम हो गया है और उनके आतंक का डर भी कम हो रहा है।
शहर में बंदरों का काफी आतंक, लंगूर का कटआउट बना उपयोगी
वाराणसी के इलाकों खासतौर से पुराने शहर में बंदरों का काफी आतंक है। सामान उठाने के साथ-साथ बंदरों की वजह से लगातार लोगों को चोटें भी लग रही हैं। इससे परेशान लोगों ने बाजार से लाकर लंगूर का कटआउट छतों पर और बालकनी में लगा दिया है। बंदर इसे असली समझते हैं और भाग जाते हैं। ऐसे में कटआउट काफी कारगर साबित हो रहा है।
दुकानदार कई साइज में लंगूर के कटआउट बेच रहे हैं। इन कटआउट की कीमत 500 से एक हजार रुपए तक है। बंदरों से परेशानी को देखते हुए काफी लोग कटआउट लेने पहुंच रहे हैं।
कटआउट ने लोगों का खर्च भी कम किया, जानें किसने यह बनाया है
वाराणसी के कई इलाकों में बंदरों के आतंक से लोगों ने अपने बालकनी में भारी भरकम खर्च से जालियां लगाई हैं, लेकिन लंगूर के एक कटआउट ने लोगों का खर्च भी कम किया और उनकी परेशानी भी कम हो रही है। सबसे बड़ी बात ये है कि बंदरों को भी किसी तरह का नुकसान नहीं हो रहा है।
न्यूज वेबसाइट एबीपी के मुताबिक वाराणसी में लंगूरों के कटआउट को डिजाइन करने वाले ग्राफिक डिजाइनर गणपति ने कहा कि उनके बेहद खास अभिभावक रूपी व्यक्ति के यहां बंदरों से दिक्कत होती थी, जिसे लेकर यह योजना बनाई गई।
कीमत 700 रुपये, 350 कटआउट शहर के विभिन्न क्षेत्रों में भेजे जा चुके हैं
उन्होंने कहा कि इसके पीछे की सोच यह है कि इससे बंदरों का नुकसान भी ना हो और उनके आतंक और डर से लोगों को छुटकारा मिल जाए। अब तक इनकी तरफ से 350 कटआउट शहर के विभिन्न क्षेत्रों में भेजे जा चुके हैं। लंगूर के एक कटआउट की कीमत मात्र 700 रुपये है। गणपति ने बताया कि उन लोगों की तरफ से अयोध्या के लिए भी लंगूरो के 16 कटआउट भेजें गए हैं।
बंदर से काफी परेशानी, बिना नुकसान पहुंचाए हो रहा बचाव
वाराणसी में लंगूरों का कटआउट लगाने वाले वैभव सिंह ने कहा कि हमारे यहां बंदर से काफी परेशानी होती थी। बंदर को कोई नुकसान भी नहीं पहुंचाना था। वैभव सिंह ने कहा कि हमारे यहां बंदर से काफी परेशानी होती थी।
उन्होंने कहा कि बंदरों को कोई नुकसान भी नहीं पहुंचाना था, जिसके बाद हमने गणपति से संपर्क किया और ये कटआउट ले आकर लगाया. इसके बाद बंदरों को भी कोई नुकसान नहीं हो रहा है। साथ ही हम लोगों का भी कोई नुकसान नहीं हो रहा है। लंगूरों के इस कटआउट से यह फायदा है कि बंदर इसे देखते हैं और रास्ता बदल कर चले जाते हैं।