आरती देखने के बाद प्रधानमंत्री बरेका अतिथि गृह जाने वाले थे। लेकिन वह नहीं गए। पुलिस बल मुस्तैद रहा। गंगा नदी में सुरक्षाकर्मी गश्त करते रहे। पीएम ने करीब पांच घंटे तक 11 मुख्यमंत्रियों की क्लास लगाई। उन्होंने सुशासन और केंद्र सरकार की योजनाओं की राज्यों में प्रगति पर भी चर्चा की।
वाराणसी. काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गंगा आरती देखने पहुंचे। गंगा सेवा निधि की ओर से आयोजित गंगा आरती बाबा विश्वनाथ को समर्पित रहे। प्रधानमंत्री ने करीब 31 मिनट तक मां गंगा की आरती देखी। मां गंगा की आरती देख प्रधानमंत्री अभिभूत दिखे और हाथ जोड़कर मां गंगा को नमन किया। गंगा आरती खत्म होने के बाद उनका क्रूज अस्सी घाट पहुंचा। आरती देखने के बाद प्रधानमंत्री बरेका अतिथि गृह जाने वाले थे। लेकिन वह नहीं गए। पुलिस बल मुस्तैद रहा। गंगा नदी में सुरक्षाकर्मी गश्त करते रहे। पीएम ने करीब पांच घंटे तक 11 मुख्यमंत्रियों की क्लास लगाई। उन्होंने सुशासन और केंद्र सरकार की योजनाओं की राज्यों में प्रगति पर भी चर्चा की।
प्रधानमंत्री ने देखी गंगा आरती
सोमवार की शाम को प्रधानमंत्री रविदास घाट पहुंचे। इसके बाद प्रधानमंत्री ने संत रविदास की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद गंगा आरती देखने के लिए निकले। यहां क्रूज पर पहले से सवार हरियाणा, असम, गोवा, मध्य प्रदेश समेत 11 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने पीएम का स्वागत किया। इसके बाद पीएम नौका विहार करते हुए दशाश्वमेध घाट तक पहुंचे। इस दौरान घाटों पर रंग बिरंगी बत्तियों से की गई सजावट और दीपोत्सव को देख पीएम ने खुशी जाहिर की। प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व 11 राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए। इसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्वा शर्मा, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री विप्लव देव, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल, हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन विशेन सिंह, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई आदि मौजूद रहे।