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पीएम नरेन्द्र मोदी ने राहुल गांधी, अखिलेश यादव, मायावती के महागठबंध के वोट बैंक पर कब्जा करने के लिए ही नया दांव चल दिया है। भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि संतों ने मानव की एक जाति बताया है इसके बाद भी संतों के नाम पर राजीनीति करने वाले इस बात को नहीं समझ पाये हैं। पीएम मोदी के इस भाषण में छिपा संदेश था कि यूपी की जनता इस जाति कार्ड में न फंसे। वह विकास को ध्यान में रखते हुए ही आगे की सोचे। राजनीतिक रुप से पीएम नरेन्द्र मोदी की इस रैली को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पीएम मोदी ने महागठबंधन के जाति कार्ड को फेल करने के लिए अपना तीर चला दिया है साथ ही करोड़ों कबीर अनुयायिायों को बीजेपी की तरफ करने का भी प्रयास किया है। पीएम मोदी के इस अभियान का लोकसभा चुनाव २०१९ में कितना फायदा होगा। यह तो समय ही बतायेगा, लेकिन यह साफ हो चुका है कि पीएम नरेन्द्र मोदी अब पूरी तरह चुनावी मूड में आ गये हैं।
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