
पूजा पाल
वाराणसी. इलाहाबाद में बसपा की सबसे कद्दावर नेता और बसपा के टिकट पर दो बार विधायक रही पूजा पाल को पार्टी से बाहर कर दिया गया है। पूजा पाल मायावती की खास मानी जाती थी। पूजा पाल ने फूलपुर सीट से सपा को उखाड़ फेंका था। वहीं सपा के पूर्व विधायक बाहुबली अतीक अहमद जिसे फूलपुर सीट से कोई नहीं हराया था जिसके डर से पूरा इलाहाबाद थर्राता था उसे इस कद्दवार महिला नेता ने इस सीट पर जीत दर्ज कर धूल चटाया था। पूजा पाल इस सीट पर पिछले 10 सालों से अपने काम के दम पर जमी हुई थी। पार्टी छोड़ने के बाद इस कद्दावर नेता पर सपा - भाजपा पर निगाहे टिकी हुई हैं। अगर पूजा पाल किसी दल का दामन थाम तक हैं तो निश्चित तौर पर यह उस दल के लिए फायदेमंद होगा। लेकिन बसपा को इससे बड़ा झटका लग सकता है। पूजा पाल का भाजपा में शामिल होने की सम्भावना है।
ऐसे कद्दावर नेता बन गई थीं पूजा पाल
शादी के चंद दिनों बाद ही विधवा हो गई पूजा पाल के समर्थन में पूरा शहर उमड़ पड़ा और पूरे इलाहाबाद में जगह-जगह आक्रोश भड़क गया लोग सड़कों पर उतर आए और जमकर आगजनी व बवाल की घटनाएं होने लगी। कई दिनों तक बवाल के बाद मामला शांत हुआ और जब उपचुनाव और जब इलाहाबाद पश्चिमी की सीट पर उपचुनाव की तारीख घोषित हुई तो बसपा ने राजू पाल की पत्नी पूजा पाल को अपना कैंडिडेट घोषित कर दिया।
पूजा पाल लगा ये आरोप
विधानसभा चुनाव के बाद जिस तरह से बसपा का साथ छोड़ने और बसपा द्वारा अपने नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाने का क्रम शुरू किया गया था वह अब भी बदस्तूर जारी है। इलाहाबाद में बसपा की सबसे कद्दावर नेता और बसपा के टिकट पर दो बार विधायक रही पूजा पाल को पार्टी से बाहर कर दिया गया है। पूजा पाल पर अनुशासनहीनता समेत कई आरोप पार्टी की ओर से लगाए गए हैं और उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
Published on:
21 Feb 2018 11:43 am
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