की दाऊद की योजना से पूरी तरह अनजान था। इस ब्लास्ट में हजारों बेगुनाह मारे गए और सैंकड़ों लोग घायल हुए। इस वारदात से बृजेश सिंह को गहरा आघात लगा। दाऊद के इस कदम के बाद दोनों के बीच एक दीवार खड़ी हो गई। माना जाता है कि इसके बाद दोनों एक-दूसरे के दुश्मन बन गए। हालांकि मुंबई ब्लास्ट के पहले ही दाऊद ने देश छोड़ दिया, लेकिन बृजेश दाऊद को मारने का प्लान बनाने लगा। जिसके लिए कई बार भेष बदल कर दाऊद तक पहुंचने की कोशिश भी की लेकिन अपने मनसूबे में सफल नहीं हो पाया। इस घटना के बाद बृजेश को "देश भक्त डॉन" "हिन्दू डॉन " और पूर्व का रोबिन हुड के नाम से जाना जाने लगा। साल 2008 में बृजेश सिंह को उड़ीसा से गिरफ्तार किया गया।