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बनारस मानसून में कलेजा फाड़ कर रो रहा है, मगर सरकार सो रही है

आवेश तिवारी  वाराणसी।मानसून शुरुआत है और बनारस कलेजा फाड़ कर रो रहा है। गलियों के शहर बनारस में बरसात के इस मौसम में सड़कों पर पानी लगा है वो या तो जाम है या फिर जगह जगह धंसी हुई है। सीवर का पानी लोगों के घरों में घुसा हुआ है ,बिजली नहीं है ,अस्पताल में […]

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Awesh Tiwary

Jul 25, 2017

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आवेश तिवारी

वाराणसी।मानसून शुरुआत है और बनारस कलेजा फाड़ कर रो रहा है। गलियों के शहर बनारस में बरसात के इस मौसम में सड़कों पर पानी लगा है वो या तो जाम है या फिर जगह जगह धंसी हुई है। सीवर का पानी लोगों के घरों में घुसा हुआ है ,बिजली नहीं है ,अस्पताल में रोगियों की संख्या बढती जा रही है , पूरे शहर की लाइफ लाइन ठप्प होने के कगार पर है।e यह हाल उस शहर का है जो देश के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की संसदीय सीट है और जिसे देश के सर्वाधिक आधुनिक शहर में तब्दील करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार तमाम दावें कर रही है। लेकिन आलम यह है कि पहली बरसात ने ही तमाम दावों की पोल खोल कर रख दी है। गौरतलब है कि विगत वर्ष आधा बनारस दो माह तक मानसून दौरान त्राहिमाम करता रहा है लेकिन इससे कोई सबक नहीं लिया गया।

कांवरियों का बोझ उस पर से हाल बेहाल
सावन के मौसम में जब बनारस शहर में कांवरियों की लगभग दो से चार लाख की आबादी का बोझ बढ़ा हुआ है पूरा शहर इतना बेबस दिखाई दे रहा है जितना पहले कभी नहीं था। सोमवार को वाराणसी में पांच घंटे में 101.4 मिमी बारिश रिकार्ड की गई । यह इस मानसून में एक दिन की सर्वाधिक बारिश है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी भारी बारिश का क्रम एक-दो दिन जारी रहने की उम्मीद है। शहर में सोमवार दोपहर 12.30 बजे से भारी बारिश का जो क्रम शुरू हुआ वह करीब दो बजे तक जारी रहा। इसके बाद शाम को फिर बूदाबांदी शुरू हो गई। दोपहर करीब डेढ़ घंटे की बारिश से शहर में कई इलाकों में जलजमाव हो गया। । निचले इलाकों में रहने वाले अधिक परेशान हुए क्योंकि उनके घरों में पानी घुस गया ।

घरों में घुस रहा सीवर का पानी
वाराणसी में सोमवार दोपहर होते होते पूरे शहर की यातायात व्यवस्था चरमरा गई जो कि मंगलवार को भी जारी रही । dशहर के कई हिस्सों में देर शाम तक जाम लगा रहा। कैंट रेलवे स्टेशन की रेल पटरियों पर भी पानी जमा हो गया था। बारि‍श की वजह से मंगलवार को वाराणसी के गोदौलिया इलाके में करीब 20 फीट सड़क धंस गई। हालाकिं, हादसे में कोई चोटि‍ल नहीं हुआ। बता दें, इसी सड़क से सटी सड़क पर सावन में जल चढ़ाने आए कांवरियों की लाइन लगाने के लिए बैरिकेडिंग लगी हुई है।इसके अलावा नई सड़क, जैतपुरा, विजयनगरम, गौदौलिया, सामने घाट समेत तमाम इलाकों में बारिश का पानी सीवरों को ओवर फ्लो कर रहा है।चौक जैतपुरा के इलाके में कई दुकानों और घरों में सड़क से पानी लोगों के घरों में घुस गया।
न रुकी बारिश तो बढ़ेगी बनारस की मुश्किलें
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर बारिश नहीं रुकी और गंगा के जलस्तर में वृद्धि का क्रम इसी तरह से जारी रहा तो अगले दो दिनों में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर समेत शहर के 30 से 40 फीसदी इलाकों में पानी भर जाएगा। bगौरतलब है किस बीच गंगा का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। शहर के कुछ इलाकों में लोगों के घर के साथ साथ विद्यालयों में भी पानी भरा हुआ है। अस्सी से बंगाली टोला इंटर कालेज की दो किलोमीटर कीसड़क पर दो से तीन फिट तक पानी लगा हुआ है ,यही हाल रेवड़ी तालाब ,गौदालिया ,जैतपुरा समेत अन्य इलाकों में भी है । चूँकि शहर में सफाई कार्य और कूड़े का उठान नहीं के बराबर है इसलिए स्थिति और भी नारकीय हो गई है।नई सड़क के राधेशयाम कहते हैं कि जिस तरह से लोगों ने शहर पर अतिक्रमण किया था और सरकार जगह जगह गड्ढे खुदवा रही है यह दिन तो देखना ही था। गौरतलब है कि बनारस में विगत एक दशक के दौरान वाराणसी में सड़क के किनारे नालियों पर तो अतिक्रमण बढ़ा ही है अनधिकृत तरीके से बनाए गए होटलों ,विद्यालयों और रिहायशी इलाकों की संख्या तेजी से बढ़ी है ,जिसका नतीजा सामने दिखने लगा है।