अलवर. जिले के मालाखेड़ा क्षेत्र में शुक्रवार को इंद्रदेव मेहरबान रहे। पांडुपोल, नाहर शक्ति, रोटक्याला, सिलीबेरी के पहाड़ों में हुई मूसलाधार बारिश के बाद तेज गति से पानी उतर आया। इससे सूकड़ी नदी उफान पर आ गई। इस मानूसन सीजन में सूकड़ी नदी का 2 महीने के अंतराल में सबसे तेज बहाव शुक्रवार को आया। सूकड़ी नदी में तेज बहाव के चलते रेबारी बास, कीतपुरा गांव का संपर्क मालाखेड़ा से कटा रहा। जहां उस तरफ स्कूल के बच्चे, चरवाहे व अन्य लोग सुरक्षा की दृष्टि से वहीं पर रुके रहे।
नदी में पानी आने से सिलीबेरी बांध बालेटा में पानी की बहुत तेजी से आवक हो रही है। इसे लेकर क्षेत्र के लोगों में भारी खुशी है। किसानों का मानना है कि पिछले 18 से 20 वर्ष के अंतराल में बहुत कम बारिश हुई, जिसके चलते जमीनी जल स्तर बहुत नीचे चला गया। हैंडपंप, ट्यूबवेल भी नाकारा हो गए। किसानों के सामने जल संकट गहराता जा रहा था। इस बार हो रही तेज तेज बारिश ने न केवल किसानों की, बल्कि सभी चिंताएं दूर कर दी है।
जल स्रोतों का बढ़ेगा जल स्तर
लगातार हो रही बारिश व नदी में पानी की आवक से कई वर्षों तक यह जल स्तर बना रहेगा। जिससे नाकारा हुए हैंडपंप, ट्यूबवेल सबको जीवन दान मिलेगा। खेती-बाड़ी की जमीन में नमी बनी रहेगी। खेतों में सरसाई रहेगी तो आने वाली रबी की फसल अच्छी पैदा हो सकेगी। इस बार सूकड़ी नदी में सातवीं बार उफान आया है। किसान लेखराज, मंगतूराम, भगवानसहाय, इंद्रमल, हजारीलाल, ईश्वर सिंह, ताराचंद, राहुल सिंह, देवीसिंह, गणपत सिंह, प्रमोद सिंह आदि ने बताया कि बड़े बुजुर्ग कहते आए हैं कि बारिश जितनी भी होगी, वह लाभदायक ही रहेगी। अभी तक की सभी फसलें खेतों में बहुत अच्छी है। लगातार बारिश हो रही हैं। इससे बाजरे की फसल और कपास की फसल को कुछ नुकसान है, लेकिन अन्यों के लिए फायदा ही है। लोगों की यही कामना है कि इंद्रदेव बारिश करते रहे।
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झमाझम हुई बारिश, स्टेशन मार्ग पर भरा पानी
राजगढ़. कस्बे सहित आसपास के क्षेत्र में शुक्रवार शाम तेज बारिश होने के कारण नाले-नालियों का उफान आने से सडक़ पर गन्दा पानी जमा हो गया। लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। राजगढ़ में सुबह आठ बजे से शाम सात बजे तक 67 मिमी बारिश दर्ज की गई। शुक्रवार सुबह से रुक-रुककर हल्की बारिश हुई तथा शाम तेज बारिश होने से नाले-नालियों का उफान आने से सराय बाजार, तहसील रोड, चिकित्सालय के सामने, मेला का चौराहा तक सड़क सहित अनेक स्थानों पानी जमा हो गया। नाले की गंदगी व कीचड़सड़क पर जमा होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पडा। इसके अलावा मालाखेड़ा दरवाजा, बारलाबास, गोविन्द देवजी बाजार, कुण्ड़ मोहल्ला, कांकवाडी बाजार, आर्य समाज की गली सहित अनेक स्थानों पर नालियों का उफान आने से गंदा पानी व कीचड़ जमा होने से लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा।