महाभारत कालीन प्राचीन पौराणिक पांडुपोल क्षेत्र से भारी बारिश के बाद सभी नदी नाले बहने लगे। इंद्रदेव के मेहरबान होने पर भारी बारिश हुई जिससे वर्षों बाद सूखे पड़े नदी नाले झरने कलकल कर बहने लगे। बजरंगबली हनुमान जी के इस क्षेत्र में महाभारत काल के समय की याद को ताजा करते हुए यह बाध सरोवर नाले के बहने के पर जंगल जमीन वन्य जीव प्राणी मात्र खुशी से झूम उठे। वहीं पांडुपोल हनुमान जी के जाने वाले श्रद्धालु मालाखेड़ा बालेता नहर शक्ति धाम होकर जो पहुंचे उन्हें वापस इस नदी न लेकर बहने पर रास्ते को पार करना पड़ा श्रद्धालु गोविंद जोशी राहुल सिंह सतीश कुमार सावन कुमार ने बताया कई वर्षों बाद पांडुपोल क्षेत्र में बारिश हुई है। जिससे नदी नाले कल कल कर बहने लगे हैं बजरंगबली के दर्शन करने गए श्रद्धालुओं को गर्मी से राहत मिली और बहते हुए पानी से मार्ग तय करना पड़ा। वहीं दुपहिया वाहन वाले भी इस बहते हुए पानी से मालाखेड़ा की ओर चलने के लिए पांडुपोल हनुमान जी के मंदिर से आगे बुढ़े हनुमान जी का मंदिर है। वहां पर भी जबरदस्त बारिश मंगलवार को हुई जहां पुराने नदी नाले की गंदगी इंद्रदेव ने साफ करते हुए उसे बाहर ले गई। इस नजारे को लोगों ने काफी देर तक नेहरा और मन ही मन पांडुपोल हनुमान जी बजरंगबली की आराधना कर सुख समृद्धि की कामना की.
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