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Video: भारत माता के लाल की शहादत में मासूम बेटे ने बिलखते हुए पुकारा पापा, तो हर आंख हो गई थी नम

जयपुर जिले के अमरपुरा गांव में सैनिक के परिजनों को सांत्वना देने के लिए दूसरे दिन भी लगा रहा था। अंत्येष्टि में बिलक पड़ा था मासूम बेटा, बोला ला दो मेरे पापा, तो छलक पड़ी थी हर आंख

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शाहपुरा. जयपुर जिले के सामोद पुलिस थाना इलाके में अमरपुरा गांव में सैनिक की अंत्येष्टि के बाद मंगलवार को भी जनप्रतिनिधि व आसपास के लोगों का परिजनों को सांत्वना देने के लिए तांता लगा रहा। सैनिक की अंत्येष्टि के दौरान सोमवार को मासूम बेटा जितेंद्र पापा कहकर बिलक पड़ा। बेटे को बिलखते हुए देखकर हर किसी की आंख में आंसू छलक पड़े। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं जयपुर ग्रामीण सांसद ने बेटे जितेंद्र को सांत्वना दी। सोमवार को श्रीनगर में तैनात सैनिक श्यामसुंदर दादर वालों की अंतिम यात्रा व अंत्येष्टि में हजारों लोगों का सैलाब उमड़ा था। 6 वर्षीय बेटे जितेंद्र ने बिलखते हुए पिता की चिता को मुखाग्नि दी तो मौजूद लोगों की आंखें नम हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि सैनिक श्याम सुंदर का विवाह करीब 10 साल पहले कृष्णा देवी के साथ हुआ था। सैनिक के 8 साल की पुत्री चेतना व 6 साल का बेटा जितेंद्र है. श्याम सुंदर के पांच बहने और दो भाई है। बेटी सातवीं कक्षा में पढ़ती है। शहादत के दौरान मासूम बेटे की पापा को लेकर पुकार सुनकर हर किसी को अंदर तक झकझोर दिया था। अंत्येष्टि के बाद मंगलवार को भी क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व बड़ी संख्या में लोग सैनिक के घर पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी। उल्लेखनीय है कि पैतृक गांव गुलाब बाड़ी एवं हाल निवासी अमरपुरा के सैनिक श्यामसुंदर दादर वाल भारतीय सेना की राज राइफल्स में श्रीनगर में तैनात थे। ड्यूटी के दौरान 5 दिसंबर को किलोमीटर ब्लास्ट हो जाने से झुलस गए थे। चंडीगढ़ के पंचकूला कमांडेंट अस्पताल में शुक्रवार रात सैनिक श्याम सुंदर ने अंतिम सांस ली थी. इसके बाद सोमवार को राजकीय सम्मान के साथ श्याम सुंदर की पार्थिव देह की अंतिम यात्रा निकाली गई. अंतिम यात्रा वह अंत्येष्टि में हजारों लोग शामिल हुए थे. अंत्येष्टि से पहले तिरंगा यात्रा में जगह-जगह लोगों ने पुष्प वर्षा कर लोगों ने श्रद्धांजलि दी. इस दौरान युवा देश भक्ति व सैनिक के सम्मान में नारे लगाते हुए चल रहे थे। तिरंगा यात्रा के बाद अमरपुरा में हजारों नम आंखों ने सैनिक की शहादत को सलाम किया।