शाहपुरा/गढटकनेत. सीकर जिले के अजीतगढ़ स्थित पच्चीस पापड़ा पहाड़ी पर सुबह एक पैंथर नजर आया। काफी देर तक पैंथर यहां अठखेलियां करता रहा। इस मूवमेंट को कैमरे में कैद किया अजीतगढ़ निवासी अतिरिक्त न्यायिक मजिस्ट्रेट बहरोड़ आशुतोष कुमावत ने। उन्होंने बताया इस पहाड़ी में पैंथर का मूवमेंट रहता है। सुबह जब पहाड़ी पर पैंथर नजर आया तो घूमने गए लोग डरकर वहां से भाग गए। जानकारी के मुताबिक सुबह कस्बे की 25 पापड़ा पहाड़ी पर कुछ लोग घूमने गए थे। इस दौरान लोगों को एक पैंथर नजर आया।. पैंथर से भयभीत लोग पहाड़ी के पास स्थित एक मंदिर में जाकर छुप गए. इस दौरान घूमने गए अजीतगढ़ निवासी अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बहरोड ने पैंथर की हर गतिविधि को कैमरे में कैद की। ग्रामीणों ने बताया कि अजीतगढ़ कस्बे की इस पहाड़ी की तलहटी में कई कॉलोनियां बसी हुई है। पैंथर कई मवेशियों का शिकार भी कर चुका है।
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बीते दिनों अजीतगढ़ कस्बे की सड़कों पर सरपट दौड़ा था पैंथर
ग्रामीणों ने बताया कि कुछ दिन पहले एक पैंथर अजीतगढ़ कस्बे की मुख्य सड़कों पर सरपट दौड़ा था। कभी दुकान तो कभी मकान में घुसते हुए पैंथर एक पीपल के पेड़ पर चढ़ गया था। ऐसे में करीब साढे 6 घंटे तक लोग दहशत में रहे। बाद में जयपुर से पहुंचे वन विभाग की रेस्क्यू टीम ने पैंथर को बेहोश कर पकड़ा था।
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पानी की तलाश में भटकते हैं वन्य जीव
जंगल क्षेत्र में पानी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण वन्यजीव रिहायशी इलाकों की तरफ भटक रहे हैं। इससे लोग भयभीत है। वन विभाग के अधिकारियों की माने तो जल स्रोतों को पानी से भरने के लिए विभाग से पर्याप्त बजट नहीं मिलता है। ऐसे में जल स्रोत सूखे पड़े हैं और वन्य जीव पानी की तलाश में रिहायशी इलाकों में भटकते रहते हैं।
मनोहरपुर में भी पकड़ा गया था पैंथर
गत दिनों एक पैंथर मनोहरपुर के खेत में भी पकड़ा गया था, जयपुर से पहुंची रेस्क्यू टीम ने पैंथर को बेहोश कर पकड़ा था.