भिलाई इस्पात संयंत्र के चौक पर मंगलवार को सीटू ने प्रदर्शन किया। यूनियन नेताओं ने पत्र देकर मांग किया कि वेतन समझौता के लिए मैराथन बैठक बुलाई जाए। 90 माह बीत रहा है और अब तक वेतन समझौता पूरा नहीं हो सका है। एनजेसीएस की लगातार बैठक बुलाकर इसे पूरा किया जाए।
रात्रि पाली भत्ता देने में भेदभाव
यूनियन नेताओं ने कहा कि प्रकृति में दिन जागने और रात सोने के लिए बना है, लेकिन सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे उत्पादन को निरंतर जारी रखने के लिए दिन व रात सभी समय कार्य करते रहना जरूरी है, जो बीएसपी में भी होता है। इसमें कार्य करने वाले नए प्रशिक्षणार्थी कर्मी स्थाई कर्मी व अधिकारी सभी को रात्रि पाली में जागकर काम करना होता है। वहीं रात्रि पाली में काम करने वाले प्रशिक्षणार्थी के लिए 60 रुपए स्थाई कर्मियों के लिए, 180 रुपए व अधिकारियों के लिए 200 नाइट शिफ्ट अलाउंस निर्धारित कर रात्रि पाली में काम करने वालों के बीच में भेदभाव किया है।