चैत्र नवरात्र: घट स्थापना के साथ शक्ति की भक्ति का महापर्व शुरू मातारानी के दरबार में पहले दिन 50 हजार से अधिक दर्शनार्थी पहुंचे बिलासपुर.चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन मंगलवार को मां शैलपुत्री देवी की आराधना की गई। रतनपुर स्थित सिद्धपीठ महामाया मंदिर व श्री भैरव मंदिर के साथ ही शहर के देवी मंदिरों में अभिजीत मुहूर्त में घट स्थापना, पूजन, आरती के साथ ही घी व तेल के हजारों मनोकामना ज्योत प्रज्वलित किए गए। इस साल 5 राजयोगों में गजकेसरी योग, लक्ष्मी नारायण योग, बुधादित्य राजयोग, शश राजयोग व मालव्य राजयोग के महासंयोग के बीच श्रद्धालुओं ने माता रानी का पूजन-अर्चन शुरू किया। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार मां भगवती के आशीर्वाद के साथ इन 5 शुभ योग का महासंयोग लोगों के जीवन में उन्नति के शुभ योग बना रहे हंै जिससे लोगों को कॅरियर और कारोबार में जबर्दस्त सफलता मिलेगी। महामाया मंदिर में 21500 मनोकामना ज्योत प्रज्वलित रतनपुर स्थित सिद्ध पीठ महामाया मंदिर में पूर्वाहन 11:34 बजे शुभ मुहूर्त में घट पूजा के साथ ही 21500 मनोकामना ज्योत प्रज्वलित की गई। कलश स्थापना के समय श्री सिद्ध पीठ मां महामाया मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष आशीष सिंह, प्रबंधक पं. अरुण शर्मा, उपाध्यक्ष सतीश शर्मा, मंदिर के पुजारी आनंद मिश्र, शशि मिश्र, आचार्य छेदी महाराज आदि उपस्थित थे। 11 ब्राह्मणों द्वारा मंदिर परिसर के भीतर दुर्गा सप्तशती पाठ आरंभ किया गया। पहले दिन 50 हजार से अधिक दर्शनार्थी माता रानी के दर्शन को पहुंचे। शहर के जरहाभाटा स्थित आदि शक्ति दुर्गा मंदिर, तिफरा काली मंदिर, रेलवे क्षेत्र स्थित बंगाली काली बाड़ी, सरकंडा स्थित सतबहनिया मंदिर, खमराई स्थित बगदाई वन देवी मंदिर सहित प्रमुख मंदिरों में भी मनोकामना ज्योति प्रज्वलित किए गए। सुबह से शाम तक मंदिरों में दर्शन्-पूजन का कार्यक्रम चलता रहा। भैरव मंदिर में 1100 ज्योति प्रज्वलित रतनपुर के कोतवाल श्री सिद्ध तंत्र भैरव बाबा मंदिर में चैत्र नवरात्रि बाबा भैरवनाथ मंदिर में तांत्रिक अनुष्ठान सुबह छह बजे शुरू हुआ। सुबह 7 बजे बाबा की प्रथम आरती हुई। भैरव बाबा मंदिर के महंत एवं मुख्य पुजारी पंडित जागेश्वर अवस्थी द्वारा मनोकामना ज्योति कलश अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 12: 04 से 12:30 के बीच घट स्थापना कर 1100 मनोकामना ज्योत प्रज्वलित किया गया।