राजघाट पर विश्व योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम
Burhanpur NEWS# बुरहानपुर. ताप्ती तट योग की क्रियाओं से गूंंजानमाय हो गया। सूर्य की किरणे जब योगाभ्यास कर रहे लोगों पर पड़ी तो सभी ने सूर्य को नमस्कार भी किया। यह अद्भूत नजारा था राजघाट पर विश्व योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का। ताप्ती की सुरमय लहरों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशाखापत्तनम से वर्चुअली संबोधन भी सुना। विधायक अर्चना चिटनीस ने भी योग के महत्व पर प्रकाश डाला।
योग: कर्मसु कौशलम –
योग हमें सिखाता है कि हम अपने प्रत्येक कर्म को कुशलतापूर्वक और समर्पण.भाव से परमात्मा को अर्पित करते हुए करें। यह केवल शारीरिक अभ्यास नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला है।
समत्वं योग उच्यते- योग का सार है समभावय संसार के प्रत्येक व्यक्ति और स्थिति को सम दृष्टि से देखना। यही समत्व जीवन में संतुलन और स्थिरता लाता है।
अयं निज: परो वेति गणना लघुचेतसाम, उदारचरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम –
उदार दृष्टिकोण वाले समस्त वसुधा को ही अपना कुटुंब मानते हैं। भारतीय संस्कृति का यही मूल चिंतन है। संघर्ष, शोषण और युद्ध से ऊपर उठकर सर्वे भवंतु सुखिन: की भावना के साथ सबके कल्याण की दिशा में चलना।
विधायक ने कहा योग शरीर के अनुशासन के साथ विश्व के कल्याण का मार्ग खोलता है। दुनिया ने युद्ध दिया, लेकिन भारत ने दुनिया को भगवान बौद्ध और योग दिया, जो मानव कल्याण के मार्ग को प्रशस्त कर रहे हैं। योग का मतलब ही जोडऩा होता है। योग मन को जोडऩे का कार्य करता है। एकाग्रता से कार्य करने से ही सफलता मिलती है।