छिंदवाड़ा. जनसुनवाई में एक महिला पहुंची और सहायक आयुक्त आरएस बाथम से शिकायत करते हुए बताया कि उसके नाम पर नल का बिल भेज दिया गया है और नल कनेक्शन हुआ ही नहीं। वार्ड ४६ की रहवासी बीपीएल कार्डधारी पार्वती यादव ने शिकायत करते हुए बताया कि उसके पति अनिल यादव के नाम से नलजल विभाग द्वारा जलकर देयक की कापी तो बना दी गई है लेकिन घर में अब तक नल नहीं लगा है। उक्त मामले को सहायक आयुक्त द्वारा गम्भीरता से विचार करते हुए तत्काल उपयंत्री पेयजल विभाग के पास भेजा। उपयंत्री विवेक चौहान ने बताया कि मौके पर पहुंचकर जांच की जाएगी और पंचनामा बनाया जाएगा और बिल को निल कर दिया जाएगा।
दस्तावेजी कार्रवाई पूरी होने से बिल जनरेट
दरअसल नल के कनेक्शन में दो प्रकार की कार्रवाई चलती है। पहले सभी प्रकार की फीस एवं एग्रीमेंट होते हैं जिसके बाद नल कनेक्शन नम्बर इश्यू हो जाता है और कापी बन जाती है। कापी बनते ही कार्यालय से बिल जनरेट होने लगते हैं और दूसरी ओर उपभोक्ता को नल लगाने वाले ठेकेदार से ख्ुादाई, सहित कनेक्शन लगाने और सामान खरीदने तक का चार्ज अलग से देना पड़ता है। ठेकेदार को राशि मिली नहीं तो नल कनेक्शन नहीं लग पाता और कार्यालय से बिल जनरेट होना शुरू हो जाता है। खास बात यह है कि जब एक साल पूरा होता है तभी उपभोक्ता को पता चल पाता है। अधिकारियों की माने तो इस तरह के क ई मामले आ चुके हैं।