दौसा. जिले में गणेश चतुर्थी पर्व मंगलवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान मंदिरों को रंग बिरंगी रोशनी से सजाकर मोदकों का भोग लगाया गया। दिनभर गणपति बप्पा मोरिया के स्वर लहरियां गूंजती रही। जिले में सार्वजनिक अवकाश होने से इस बार श्रद्धा अपार देखी गई। प्रथम पूज्य भगवान गजानन के दर्शनों के लिए दिनभर मंदिरों में श्रद्धालु आते रहे। घर व प्रतिष्ठानों में सुबह निर्धारित मुहूर्त पर पूजन किया गया। मोदक व चूरमे का भोग लगाकर प्रसाद बांटा गया।
दौसा जिला मुख्यालय पर सब्जी मंडी स्थित सिद्धि विनायक मंदिर व बैजनाथ महादेव मंदिर में मेला भरा। सिद्धि विनायक मंदिर में भव्य झांकी के साथ 51 किलो का एक लड्डू, सवा पांच-सवा पांच किलो के 41 मूंग लड्डू, सवा किलो के 60 लड्डू सहित कुल सवा 15 मण के मोदकों का भोग लगाया गया। सुबह 5.15 बजे मंगला आरती, दोपहर 12.15 बजे भोग आरती व शाम 6.15 बजे महाआरती में सैकड़ों श्रद्धालु उमड़े। दिनभर श्रद्धालु गणेशजी महाराज को ढोक लगाकर मनोकामना करते रहे। इस दौरान शंकरलाल शर्मा, राजेश पारीक सहित मंदिर समिति के पदाधिकारी मौजूद रहे। शाम को भजन संध्या में कलाकारों ने से बढकऱ एक भजनों की प्रस्तुति दी। इसी तरह बैजनाथ महादेव मंदिर में भी आकर्षक झांकियों को देखने के लिए तडक़े से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया। यहां प्राचीन शिवलिंग व गणेश प्रतिमा के मनमोहक स्वरूप का श्रद्धालुओं ने दर्शन किया। इसके अलावा शहर के प्रमुख मंदिरों में आकर्षक झांकियां सजाई गई। शहर में कई स्थानों पर भी गणेश पाण्डाल सजाए गए हैं।
दस दिवसीय गणेश महोत्सव का आगाज
पूनम सिनेमा के पीछे सुखदेश्वर महादेव मंदिर में दस दिवसीय गणेश महोत्सव का आगाज हुआ। श्याम मंदिर में पूजा-अर्चना कर शोभा व कलश यात्रा को रवाना किया गया। शहर के प्रमुख मार्गों से नाचते-गाते श्रद्धालु मंदिर में पहुंचे। इसके बाद श्रीमद्भागवत कथा शुरू हुई। रात 8.15 बजे महाआरती व संगीतमय हनुमान चालीसा पठन किया गया। यहां 20 सितम्बर को 5.15 बजे गणेश मंदिर से सामूहिक दण्डवत व शाम 8.15 बजे गणेश चालीसा होगी। 21 को शाम 8.15 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम, 22 को अभिनय व नृत्य, 23 को शिव ताण्डव व कृष्ण रासलीला, 24 को डांडिया, 25 को भजन संध्या एवं शिवजी की झांकी, 26 को सुबह 9.15 बजे सामूहिक संगीतमय रामायण पठन, 27 को पूर्णाहुति हवन व शाम को धार्मिक प्रश्नोत्तरी तथा 28 सितम्बर को सुबह 9.15 बजे अनंत चतुर्दशी व्रतकथा व दोपहर 12.15 बजे 5151 दीपों से महाआरती व विसर्जन शोभायात्रा निकाली जाएगी। वहीं प्रतिदिन दोपहर 12.15 बजे से भागवत कथा होगी।