मण्डावर, महुवा (दौसा). पालोदा गांव में फायरिंग से एक महिला सहित दो जनों की मौत को लेकर मंगलवार को परिजन पोस्टमार्टम के लिए तैयार नहीं हुए। इसके बाद एएसपी लालचंद कायल की ओर से परिजन सहित अन्य लोगों से समझाइश की। तब परिजन पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए। जिसके बाद पुलिस ने महुवा अस्पताल में चिकित्सकों से मृतकों का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सुपुर्द किया गया। इधर, पुलिस घटना के दूसरे दिन मंगलवार को हिरासत में लिए लोगों से पूछताछ कर रही है तथा पीडि़त पक्ष की ओर से हत्या सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुटी है।
आधा दर्जन थानों की पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार
पालोदा गांव में मंगलवार को पुलिस मौजूदगी में मृतक हीरालाल व अलका को समाधि देकर अंतिम संस्कार किया गया । इस दौरान दौसा एएसपी लालचंद कायल सहित करीब आधा दर्जन थानों के थाना प्रभारियों की मौजूदगी में शवों का पालोदा गांव ले जाया गया, जहां रीति रिवाज के साथ मृतक हीरालाल व मृतका अलका योगी को समाधि दी गई। इस दौरान मंडावर, महुवा, सिकंदरा, मानपुर व सलेमपुर थाना प्रभारी सहित बड़ी संख्या में पुलिस जाप्ता मौजूद था। उल्लेखनीय है कि दोनों की फायरिंग में मौत हो गई थी।
ये हुआ मामला दर्ज
पालोदा गांव में फायरिग के मामले में पीड़ित पक्ष के विश्राम योगी पुत्र नारायण योगी ने मंडावर थाने में सोमवार को हुए पथराव व फायरिंग को लेकर दूसरे पक्ष के लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 323, 341, 336, 451, 307, 302 व 506 के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।
थाना प्रभारी सचिन कुमार ने बताया कि रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को सुबह करीब 8 बजे वह अपने घर के सदस्यों के साथ चौक में अलाव जलाकर ताप रहा था। अचानक एक राय होकर मोती, महेश,शिवचरण, सूरज, हरिसिंह, रामसिंह, श्याम सुंदर, टीकाराम, हैप्पी उर्फ हेमचन्द, रामेश्वर, बद्री, कैलाश, देवेंद्र, रामरतन, यादू, लल्लू , हरकेश, बनेसिंह, योगेश, कौशल्या, केशवती, संतरा, रुकमणी, रामबाबू, आशा पुत्री सूरज, मौसम पत्नी शिवचरण, मछला पत्नी महेश, धौली पत्नी हेमचंद सभी जाति जोगी निवासी पालोदा, सुनील, रमेश, रोहित जाति जोगी निवासी बलिंन, अकबर पहलवान निवासी रसीदपुर, रामेश्वर के दामाद शंकर व गोपाल सहित चार पांच अन्य लोग जो हाथों में रायफल, पिस्टल, लाठी व डंडा लेकर आए जहां मोती ने रायफल से हिरालाल के गोली मार दी। शिवचरण ने रायफल से अलका के गोली मार दी। सोनम के महेश ने कट्टे से गोली मार दी। हेमचन्द उर्फ हैप्पी ने खेमराज के बंदूक से फायर किया। अकबर पहलवान ने मनोज पर कट्टे से फायर किया। बाबूलाल के ऊपर सुनील ने कट्टे से फायर किया। चेतराम के ऊपर रामेश्वर ने कट्टे से फायर किया। बद्री ने कट्टे से फायर कर नीतू को घायल किया। इससे अलका व हीरालाल की मौत हो गई तथा अन्य घायल हो गए। इस दौरान महिलाओं के पथराव करने से बकरी को मौत हो गई। आरोपियों ने रविवार रात्रि को भी करीब 11 बजे हमला कर दिया तथा फायर भी किए लेकिन सभी ने घरों में घुसकर जानें बचाई। धमकी दी कि तुम्हारे परिवार को सुबह जान से खत्म कर देंगे।
पुलिस को रात को दी थी सूचना, लेकिन नहीं पहुंची…
पीडि़त ने बताया कि रात्रि को ही मंडावर पुलिस थाने व रसीदपुर पुलिस चौकी को सूचना दी। लेकिन पुलिस राजनीतिक दवाब के चलते समय पर नहीं आई। सुबह उक्त लोगों ने एकराय होकर घटना कारित कर दी। वहीं रविवार को आरोपियों ने हीरालाल को महुवा से आते समय रास्ते में घेर लिया। जिसकी रिपोर्ट हीरालाल ने महुवा थाने में दी। लोगों को अवैध हथियार अकबर पहलवान निवासी रसीदपुर लेकर आया था। मुल्जिमान आदतन अपराधी है। जिनके ऊपर पूर्व में भी हत्या, हत्या के प्रयास व अवैध हथियार रखने के मुकदमे दर्ज हैं। कुछ माह पूर्व पीडि़त परिवार के संतराम की भी हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
क्षेत्र में चर्चा का विषय अवैध हथियार
सोमवार सुबह हुई एकाएक फायरिंग की घटना से हथियारों के इस्तेमाल करना चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर इतने हथियार कैसे और कहां से पहुंचे। जबकि गांव से महज करीब 4 किलोमीटर की दूरी पर पुलिस चौकी है। करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर मंडावर पुलिस थाना है। अवैध हथियारों की पुलिस को भनक तक नहीं लगी।
मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू
फायरिंग से मौत के मामले में आक्रोशित परिजनों को मंगलवार सुबह समझाइश की गई। रात्रि को सांसद डॉ किरोड़ीलाल से वार्ता हुई उन्हीं मांगो को मानते हुए मृतकों का पोस्टमार्टम कराया गया। हत्या सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है।
लालचंद कायल
एएसपी, दौसा
