पेपर लीक मामले में आरोपी हर्षवर्धन पटवारी के ठिकानों पर गुरुवार को एसओजी की टीम ने दबिश दी। इस दौरान टीम को परीक्षाओं से जुड़ो कई संदिग्ध दस्तावेज मिले। साथ ही एसओजी ने पटवारी की करीब 3.76 करोड़ से अधिक की सम्पत्ति भी चिह्नित की है।
एसओजी की टीम ने हर्षवर्धन के महुवा क्षेत्र के सालमपुर गांव स्थित मकान पर एएसपी सुमित गुप्ता व सीआई राजेश यादव के नेतृत्व में कार्रवाई की। साथ ही मकान को सील कर दिया गया। दौसा में नेशनल हाइवे 21 पर गोविंददेवजी मंदिर के सामने स्थित गोवर्धन वाटिका में दो मकानों पर एएसपी नरेन्द्र मीना व सीआई यशवंत यादव के नेतृत्व में कार्रवाई की। यहां टीम को सहायक जनसम्पर्क अधिकारी परीक्षा 2022, पटवारी भर्ती परीक्षा 2021, फोरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा 2020 से संबंधित प्रश्न पत्र व चयनित अभ्यर्थियों की सूची की फोटो प्रति मिली है। एएसपी महेश चौधरी व सीआई ओमप्रकाश मातवा के नेतृत्व में एक टीम ने आरोपी के पिता मुरारीलाल की दुकान 4 टीकरी रोड महुवा में भी जांच की। साथ ही उसके ससुराल मलिकपुर, उच्चैन जिला भरतपुर में भी कार्रवाई कर वहां से पुलिस कांस्टेबल भर्ती के प्रतियोगी के एडमिट कार्ड, स्कैनशुदा प्रश्न पत्र की फोटो प्रतियां आदि जब्त की है। वहीं आरोपी का जयपुर जगतपुरा स्थित बंगले को भी टीम ने पहुंचकर सील कर दिया।
दौसा आवास पर चल रहा था बाबा का आश्रम
पटवारी हर्षवर्धन मीना के दौसा स्थित मकान पर एसओजी के एडिशनल एसपी नरेन्द्र मीना दो वाहनों में जाप्ता लेकर सर्च वारंट के साथ पहुंचे। पटवारी ने ये मकान यूपी के एक बाबा को दे रखा है। जहां हर माह दिव्य दरबार लगाया जाता है। पटवारी इसी दिव्य दरबार की आड़ में यहां खुद को सुरक्षित मानकर नकल माफिया का गिरोह चलाता था। मीना ने बताया कि पटवारी की पत्नी व भाई की भी एसओजी को तलाश है। मौके पर एक बिजली का बिल भी हर्षवर्धन पटवारी के नाम से मिला है, जिस पर करीब 42 हजार रुपए का बकाया है।
वहीं मकान के बाहर एक बोर्ड लगा है, जिस पर लिखा है कि बाबा अब यहां प्रवास पर नहीं है। डॉक्टरों की सलाह पर स्वास्थ्य लाभ के लिए गए हुए हैं। समीप ही एक मकान हर्षवर्धन के भाई है। वहां यहां एक भैंस बंधी हुई थी। सुबह-शाम एक महिला भैंस का दूध निकालने और दोपहर में उसे पानी चारा के लिए आती है, लेकिन उस मकान में अब कोई नहीं रहता।
आरोपी की संदिग्ध सम्पत्ति
एसओजी ने आरोपी हर्षवर्धन पटवारी की 17 संदिग्ध संपत्तियों की सूची जारी की है। इनमें अधिक प्रोपर्टी बीते दस सालों में खरीदी गई हैं। सूची के अनुसार जयपुर जगतपुरा में बंगला करीब 65 लाख, गोवर्धन वाटिका में 1100 गज का प्लाट 65 लाख, 1000 गज का प्लाट 50 लाख व 200 गज का प्लाट 14 लाख, रोथड़ा महुवा में 250 वर्ग गज का प्लाट 18 लाख, सालिमपुर महुवा में मकान 10 लाख, महुवा टीकरी रोड पर चार दुकान 32 लाख, छोकरवाड़ा भुसावर भरतपुर में पौने दो बीघा जमीन 51 लाख, सालिमपुर महुवा में 18 बिस्वा जमीन 8.50 लाख, रेलवे स्टेशन लालसोट के पास 9 बीघा जमीन में हिस्सा करीब 50 लाख, भाई के नाम कार 10.70 लाख, टैंट व्यवसाय में हिस्सेदारी 9 लाख, बाइक 50 हजार, टै्रक्टर 3.50 लाख, सोने-चांदी के जेवरात करीब 8 लाख के एसओजी के आंके हैं। इसके अलावा महुवा बैंक लॉकर में पत्नी के नाम सोने-चांदी के जेवरात भी रखे हैं।