दौसा. जिला मुख्यालय पर टूटी सड़कों से लोगों को शीघ्र ही राहत मिलेगी। इसके लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग ने करीब 70 करोड़ की लागत से शहर में सड़कों का जाल बिछाने का काम शुरू कर दिया है। शहर में इतनी बड़ी लागत से पहली बार काम हो रहा है, ऐसे में उम्मीद है कि आगामी कुछ दिनों में सड़कों का कायाकल्प हो जाएगा। गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने ‘सुरक्षित सड़क: मेरा मौलिक अधिकारÓ अभियान चलाकर टूटी सड़कों के हालात उजागर किए थे। इस पर सार्वजनिक निर्माण विभाग ने बारिश के थमते ही सड़क निर्माण का कार्य शुरू कर दिया है।
सड़कों के निर्माण की शृंखला में गुरुवार को जिला अस्पताल से नेशनल हाइवे-21 वाया गणेशपुरा-सूरजपुरा तक 7.650 किलोमीटर लंबी सड़क का शिलान्यास कृषि विपणन राज्यमंत्री मुरारीलाल मीना ने किया। इस सड़क के बनने से लालसोट की ओर से आने-जाने वाले वाहनों को दौसा शहर के अंदर नहीं आना पड़ेगा। सीधे शहर से बाहर निकला जा सकेगा। इस दौरान मंत्री ने बताया कि शहर में करीब 70 करोड़ की लागत से सड़कों का निर्माण होगा। इनमें से कुछ सड़कों का निर्माण हो चुका है, शेष का चालू हो गया है। मेडिकल कॉलेज से जोडऩे के लिए यह सड़क दो लेन में सात मीटर चौड़ी बनेगी। इस दौरान दौसा प्रधान प्रहलाद रोहड़ा, राकेश चौधरी, उपसभापति कल्पना जैमन, नरेन्द्र जैमन, घनश्याम भांडारेज, उमाशंकर बनियाना, मनोहरलाल गुप्ता, एईएन डीआर मीना सहित कई मौजूद थे।
इन सड़कों का होगा निर्माण
शहर में गांधी तिराहा से एनएच-21 फ्लाईओवर, सैंथल तिराहा से एनएच-21, दौसा से गेटोलाव धाम, लालसोट बायपास से बाबाजी की छावनी, गुप्तेश्वर गेट से बायपास, छतरी वाली ढाणी से पुलिस लाइन, मुर्शीद नगर दरगाह रोड, लालसोट बायपास से वाया बालाजी मंदिर रामगढ़ केनाल, भांकरी रोड, रलावता रोड, जिला अस्पताल से गांधी तिराहा आदि इलाकों में सड़कों का नवीनीकरण होगा।