वहीं इस बार तैय्यम एवं श्रृंगारी मेलम आकर्षण का केन्द्र रहा। जिसमें से केरल से पहुंचें कलाकारों ने हिन्दू देवी-देवताओं के रंग बिरंगे पोशाक धारण किए हुए थे। केरल के वाद्य यंत्रों की ध्वनी शोभायमान हो रही थी। शोभायात्रा का स्वागत विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने किया और भगवान अय्यप्पा के जयकारे लगाए। भगवान अय्यप्पा स्वामी का दर्शन लाभ लेने मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ थी।