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जयपुर

रोज 1.8 करोड़ यात्री सफर कर रहे, केवल 473 जोड़ी ट्रेनों में ही खानपान सुविधा

पैंट्रीकार और मिनी पैंट्री की सुविधा केवल 473 जोड़ी ट्रेनें में हैं। इसके अलावा 706 जोड़ी ट्रेनों में ट्रेन साइड वेंडिंग की सुविधा है।    

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जयपुर. रेल मंत्रालय से संबद्ध संसदीय सलाहकार समिति की बैठक नई दिल्ली में हुई। बैठक में भारतीय रेल में खानपान सेवाएं और भारतीय रेल स्टेशन विकास अमृत भारत स्टेशन योजना को गति देने पर मंथन हुआ। बैठक की अध्यक्षता रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने की और इसमें कई सांसदों ने भाग लिया। भारतीय रेलवे में खानपान सेवाओं के विषय पर सदस्यों को सूचित किया गया कि लगभग 1.8 करोड़ यात्री रेल सफर करते हैं। यात्रियों को खानपान सेवाएं या तो स्टैटिक इकाइयों या मोबाइल इकाइयों के माध्यम से प्रदान की जाती हैं। पैंट्रीकार और मिनी पैंट्री की सुविधा केवल 473 जोड़ी ट्रेनें में हैं। इसके अलावा 706 जोड़ी ट्रेनों में ट्रेन साइड वेंडिंग की सुविधा है। भारतीय रेल की 9342 छोटी और 582 प्रमुख स्‍टैटिक इकाइयां हैं। जिनमें जन आहार आउटलेट, फूड प्लाजा और रिफ्रेशमेंट रूम शामिल हैं। मंत्रालय ने आईआरसीटीसी को ट्रेनों में खानपान सेवाओं के मेनू को अनुकूलित करने और तय करने की छूट दी है ताकि यात्रियों के विभिन्न समूहों की प्राथमिकताओं के अनुसार क्षेत्रीय व्यंजनों, मौसमी व्यंजनों और खाद्य पदार्थों की सभी वस्तुओं को शामिल किया जा सके। भारतीय रेल में ई-कैटरिंग योजना भी शुरू की गई है। मोबाइल और स्टैटिक कैटरिंग इकाइयों दोनों में कैशलेस लेनदेन की सुविधाएं प्रदान की जाती है। गुणवत्ता और सेवा मानकों को सुनिश्चित करने के लिए कैटरिंग सेवाओं की तीसरे पक्ष की ओर ऑडिट भी की जाती है। खानपान सेवाओं की निगरानी और पर्यवेक्षण के लिए नियमित और औचक निरीक्षण किया जाता है।