जयपुर. जयपुर की हॉट सीट बनी झोटवाड़ा में भाजपा के बागी पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत बैकफुट पर आ गए। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कॉल के बाद ऐसे हालात बने कि राजपाल को नामांकन वापिस लेने के लिए कार्यकर्ताओं को समझाना पड़ा। शेखावत ने अपने समर्थकों के साथ बैठक की और कहा कि मेरे नाम वापस लेने या नहीं लेने के बारे में आप सोचें और फैसला करेें। साथ ही शेखावत ने यह भी कहा कि आप गृहमंत्री अमित शाह के वादे और भरोसे के बारे में भी सोचना। शेखावत ने अमित शाह का नाम लेते हुए कहा कि जिनकी गारंटी पूरा देश मानता है उन्होंने कार्यकर्ताओं के हितों की रक्षा की गारंटी दी है। शेखावत केे साथ मंच पर जयपुर ग्रेटर नगर निगम के डिप्टी मेयर पुनीत कर्नावट और अन्य पार्षद भी माैजूद थे।
शाह ने कार्यकर्ताओं के सम्मान की गारंटी दी है- शेखावत
झोटवाड़ा से पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत ने बुधवार को गोकुलपुरा में अपने समर्थकों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि मेरे पास केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह का फोन आया था। मैंने अनुरोध कर दिया कि- मैं कार्यकर्ताओं की भावना से जुड़ा हुआ हूं। कार्यकर्ता और जनता निर्णय करेगी कि मैं चुनाव लडूं या नहीं। शेखावत ने यह कहते हुए नामांकन वापिस लेने के संकेत दे दिए कि, जिनकी गारंटी पूरा भारत मानता है, उन अमित शाह ने कार्यकर्ताओं के सम्मान की गारंटी दी है। पार्टी ने यहां से सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को प्रत्याशी बनाया है। इससे नाराज होकर राजपाल ने बगावत कर दी और नामांकन भर दिया। शेखावत यहां से 2008 और 2013 में विधायक चुने गए थे और 2018 में कांग्रेस के लालचंद कटारिया से हार गए थे। पिछली वसुंधरा सरकार में शेखावत के पास यूडीएच जैसा बड़ा महकमा भी था।