जयपुर. गोविंददेवजी मंदिर में बुधवार को ज्येष्ठ पूर्णिमा के पावन अवसर पर ठाकुर श्रीजी का ज्येष्ठाभिषेक किया गया। महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में हुए इस विशेष अनुष्ठान में 60 किलो दूध, 40 किलो दही, 15 किलो बूरा, 2-2 किलो घी व शहद तथा एक कि लो केसर जल मिलाकर बने 120 किलो पंचामृत से श्रीजी का अभिषेक किया गया।
ठाकुरजी और राधा रानी को सफेद सूती पोशाक पहनाकर फूलों से शृंगारित किया गया। भोग में ऋतु फल, दालें, ठंडाई, अमरस, कचोरी, मिठरी, लड्डू आदि अर्पित किए गए। अभिषेक के दौरान चांदी की होदी को टाटी से ढक दिया गया, जिससे भक्त केवल मुखारविंद के दर्शन कर सके। ये विशेष दर्शन साल में केवल एक बार इसी दिन होते हैं।
बड़ी संख्या में भक्तों जलयात्रा झांकी के दर्शन किए और अभिषेक के बाद पंचामृत प्रसाद ग्रहण किया। इसी के साथ ठाकुरजी की एक माह से चल रही जलयात्रा भी संपन्न हुई। अब ठाकुरजी आषाढ़ कृष्ण प्रतिपदा से पुनः ध्वज पताका वाले सिंहासन पर विराजमान होंगे।