सविता व्यास
जयपुर। विवाह पंचमी के पावन अवसर पर प्रताप नगर के एक मैरिज गार्डन में आराधना और तुषार की शादी ने सबका दिल जीत लिया। यह कोई आम शादी नहीं थी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की एक जीती-जागी मिसाल थी। जयपुर के दंपती डॉ. राकेश केदावत और डॉ. रेखा केदावत ने अपनी अनोखी मुहिम ‘शुभ शादी प्लांट स्टॉल’ के जरिए मेहमानों को मिठाई के डिब्बे और महंगे तोहफों की जगह फूलों, फलों और ऑर्गेनिक सब्जियों वाले सैकड़ों पौधे उपहार में बांटे। इस नेक पहल के लिए दुल्हन आराधना को समारोह में ही ‘स्टार इको आइकन अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया। मेहमानों ने इस पहल को सराहते हुए कहा, ‘ये सिर्फ एक शादी नहीं, बल्कि आने वाली पीढिय़ों के लिए ऑक्सीजन और स्वच्छ वातावरण की नींव है।’ जयपुर की इस ‘ग्रीन वेडिंग’ ने साबित कर दिया कि खुशियां बांटने का सबसे खूबसूरत तरीका प्रकृति को सहेजना भी हो सकता है।
कोरोना की ऑक्सीजन किल्लत बनी प्रेरणा
डॉ. राकेश केदावत बताते हैं कि 2020-21 के कोरोना संकट ने उन्हें झकझोर दिया था। उस समय ऑक्सीजन की भारी कमी से सैकड़ों लोगों की जान गई थी। इसी दर्द ने उन्हें संकल्प दिलाया कि वे जीवनभर पर्यावरण संरक्षण के लिए कुछ ठोस करेंगे। तभी से पेड़-पौधे लगाना और उन्हें नि:शुल्क बांटना उनका मिशन बन गया।
5-6 साल से चल रही ‘हर हाथ में पौधा’ मुहिम
पिछले 5-6 सालों से केदावत दंपती हर खुशी के मौके पर पौधे बांट रहे हैं। चाहे जन्मदिन हो, शादी-ब्याह हो या कोई सामाजिक आयोजन, वे हमेशा पौधे लेकर पहुंचते हैं। अब तक उन्होंने 5,000 से ज्यादा पौधे लोगों को मुफ्त में गिफ्ट किए हैं। उनका एकमात्र उद्देश्य है – हर हाथ में एक पौधा और हर दिल में पर्यावरण के प्रति जागरूकता। डॉ. केदावत ने घोषणा की है कि अब जयपुर शहर में हर कन्या की शादी में पौधों का नि:शुल्क वितरण किया जाएगा। इसके लिए ‘शुभ शादी प्लांट स्टॉल’ भी लगाई जाएगी।