प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में छाए मानसूनी काली घटाओं और चारों ओर झमाझम बारिश से सावन के पूरी तरह आने का अहसास होने लगा है। पूर्वी राजस्थान के जिलों में सर्वाधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। नागौर के रिया बड़ी में साढ़े पांच इंच, चित्तौड़गढ़ के बेगूं और करौली के सपोटरा में 5-5 इंच बारिश हुई। बारिश के चलते नदी-नाले उफन गए हैं। हाड़ौती में झमाझम बरसात के चलते चम्बल नदी में पानी की आवक के बाद कोटा बैराज के पांच गेट खोले गए। जयपुर जिले के बस्सी में ग्राम पंचायत फालियावास का रतननाथ बांध टूट गया। वहीं, चाकसू का रावतावाला बांध टूट गया, जबकि गोलीराव तालाब में रिसाव हो गया। दक्षिणी राजस्थान में अच्छी बारिश से कल बीसलपुर बांध में दो सेंटीमीटर पानी की आवक हुई है। सिंचाई विभाग के मुताबिक प्रदेश में 810 बांध हैं, इनमें से फिलहाल 12 पर चादर चल रही है। इधर, भीलवाड़ा जिले में दौलतगढ़ के मदनपुरा गांव में एक मकान ढहने से एक महिला की मौत हो गई। भरतपुर के बोलखेड़ा में बरसाती नाले के पानी में डूबने से आठ वर्षीय बालक वंश गुर्जर की जान चली गई। उधर, सीकर जिले के गोवटी में पानी में बहे किशोर का शव 55 घंटे बाद मिला।
मौसम विभाग ने बारां, भीलवाड़ा, बूंदी, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, झालावाड़, सिरोही, सवाईमाधोपुर, उदयपुर, नागौर, बीकानेर, जालोर, बाड़मेर, पाली, जोधपुर में 30 जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी दी है।