जगतपुरा स्थित कृष्णबलराम मंदिर में ठाकुर जी का पांच हजार कमल पुष्पों से भव्य पद्म अलंकार किया गया एवं 21 प्रकार चिड़ा दही एवं रबड़ी से बने विभिन्न व्यंजनों को तैयार करके ठाकुर जी को भोग लगाया गया। ठाकुर जी को जल विहार के लिए मंदिर के मथुरा गार्डन में एक भव्य कमल कुंड बनाया गया जिसे फूलों से सजाया गया। हरिनाम संकीर्तन के साथ भगवान का जल विहार कराया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में भक्तों ने दर्शन किए।
पानीहाटी महोत्सव लीला
पश्चिम बंगाल में कोलकाता के पास पानीहाटी नाम के एक गांव में पहली बार नित्यानंद प्रभु के साथ श्रील रघुनाथ दास गोस्वामी की मुलाकात के उपलक्ष्य में पानीहटी चिड़ा-दही उत्सव मनाया जाता है। श्रील रघुनाथ दास को नित्यानंद प्रभु से दंड मिला कि उनको यहां आए सभी हजारों भक्तो के लिए चिड़ा-दही प्रसादम की व्यवस्था करनी है यह सुनकार श्रील रघुनाथ दास गोस्वामी अत्यधिक प्रसन्न हुए और अत्यधिक मात्रा में चिड़ा-दही प्रसाद की व्यवस्था की। भगवान को भोग लगाया। यह ज्येष्ठ (मई-जून) के महीने में शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है।