जयपुर। राजस्थान यूनिवर्सिटी में सत्र खत्म होने के बाद अब छात्रसंघ कार्यालयों को खाली कराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन कार्यालयों को खाली कराने में लाचार नजर आ रहा है। 48 घंटे का अल्टीमेटम देने के बाद भी छात्रसंघ पदाधिकारी यूनिवर्सिटी के अल्टीमेटम की अनदेखी कर रहे हैं। गुरुवार को डीएसडब्ल्यू कार्यालय में आयोजित की गई बैठक में संयुक्त महासचिव धारा कुमावत ही बैठक में पहुंची। कुमावत ने अपने कार्यालय का चाबी डीएसडब्ल्यू को सौंप दी। लेकिन छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी, महासचिव अरविंद जाजड़, उपाध्यक्ष अमीषा मीणा बैठक में नहीं पहुंचे। डीएसडब्ल्यू नरेश मलिक, चीफ प्रोक्टर एचएस पलसानिया बैठक में पदाधिकारियों का इंतजार करते रहे। अब शुक्रवार से छात्रसंघ कार्यालयों में सामान का भौतिक सत्यापन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
पहले पत्र की जवाब नहीं अब दूसरा देने की तैयारी
दरअसल, यूनिवर्सिटी प्रशासन शांतिपूर्ण तरीके छात्रसंघ कार्यालय खाली कराना चाहता है। यही कारण है कि चार दिन पहले 48 घंटे का अल्टीमेटम देकर पत्र भेजा गया। लेकिन पदाधिकारियों ने पत्र को जवाब तक नहीं दिया। बाद में आयोजित बैठक में भी नहीं आए। अब यूनिवर्सिटी एक और पत्र देने जा रहा है।
–देर रात तक खुले रहते कार्यालय
यूनिवर्सिटी प्रशासन का मानना है कि छात्रसंघ कार्यालय का समय तय है। लेकिन कार्यालय देर रात तक खुले रहते हैं। कार्यालयों में छात्रों का जमावड़ा लगा रहता है। इससे कैंपस का माहौल भी खराब रहता है। पिछले ही दिनों छात्रसंघ कार्यालयों के बाहर छात्रों के दो गुटों के बीच मारपीट हुई थी। इसके बाद विवि ने कार्यालय खाली कराने की प्रक्रिया शुरू की।
कार्यालय खाली कराने के लिए बैठक बुलाई थी। लेकिन पदाधिकारी नहीं आए। संयुक्त सचिव धारा कुमावत ने आकर कार्यालय की चाबी सौंप दी। शेष पदाधिकारियों के कार्यालय खाली कराने की प्रक्रिया जारी है।
नरेश मलिक, डीएसडब्ल्यू राजस्थान यूनिवर्सिटी