विधानसभा चुनाव समाप्त होने के बाद कांग्रेस और भाजपा अब लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट चुकी है। कांग्रेस नेता भले ही प्रदेश में सरकार बनाकर खुश दिख रहे हों और भाजपा नेता विधानसभा की 73 सीट हासिल कर खुद की स्थिति संतोषजनक बता रहे हैं, लेकिन विधानसभा चुनाव परिणाम से साफ-साफ संकेत मिलता है कि राज्य की कम से कम 5 लोकसभा सीटों पर तीसरे मोर्चे के दल खुद नहीं जीते, तो भी कांग्रेस-भाजपा दोनों की संभावनाओं पर असर जरूर डालेंगे। बसपा अलवर-भरतपुर में खेल बिगाड़ सकती है। वहीं नागौर- बाड़मेर में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी भी लोकसभा चुनाव में कूदने को तैयार है जिससे समीकरण बदल सकते हैं। भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो विधायक जीतने के बाद बांसवाड़ा-डूंगरपुर में लोकसभा चुनाव को लेकर नए समीकरण बन रहे हैं।