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प्रदेश में शुरु होगा थ्री इन वन ‘टेस्ट, ट्रीट और टॉक’ प्रोजेक्ट

गर्भवती महिलाओं एवं बालक बालिकाओं को मिलेगा लाभ

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प्रदेश में शुरु होगा थ्री इन वन ‘टेस्ट, ट्रीट और टॉक’ प्रोजेक्ट
—गर्भवती महिलाओं एवं बालक बालिकाओं को मिलेगा लाभ
—महिला एवं बाल विकास विभाग ने की शुरुआत
जयपुर
प्रदेश में अब महिलाओं और बच्चों के लिए थ्री इन वन प्रोजेक्ट की शुरुआत हो रही है। महिला एवं बाल विकास विभाग अब न सिर्फ जागरुकता अभियान चलाएगा बल्कि लाभार्थियों की शिक्षा व स्वास्थ्य के लिए एक अनूठी शुरुआत करने जा रहा है। विभाग प्रदेश में ‘टेस्ट, ट्रीट और टॉक’ प्रोजेक्ट शुरु कर रहा है। इसके तहत गर्भवती महिलाओं, बालक व किशोरी बालिकाओं के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। फिर उनका ट्रीटमेंट किया जाएगा और फिर उनसे विभिन्न विषयों पर बात की जाएगी।
विभाग की मानें तो इस प्रोजेक्ट के अनुसार गर्भवती महिलाओं और स्कूल नहीं जाने वाले बालक बालिकाओं पर फोकस किया जाएगा। इनके स्वास्थ्य की जांच डिजिटल विधियों से की जाएगी। इस दौरान यदि किसी के स्वास्थ्य मेें गड़बड़ पाई गई तो उनकी देखभाल के साथ ही इलाज भी किया जाएगा। इसके लिए आंगनबाड़ी वर्कर और सहायिकाओं को निगरानी रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। एनीमिया की जांच के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम द्वारा नॉन इनवैसिव डिजिटल हीमोग्लोबिनमीटर द्वारा हीमोग्लोबिन के स्तर की जांच की जाएगी। एनीमिया के स्तर के अनुसार उपचार भी दिया जाएगा।

ये होंगे सम्मिलत—
विभाग द्वारा समुदाय, मीडिया, आंगनबाड़ी केंद्र, प्रशासन, धार्मिक गुरुजन, सरपंच, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पोषण समिति आदि की सहायता से इस प्रोजेक्ट को सफल बनाया जाएगा। इसके लिए व्यावहारिक बदलाव किया जाएगा।

जांच के दौरान इन पर होगा ध्यान—
—आयरन फॉलिक एसिड की गोलियां
—डिवॉर्मिंग
—नवजात एवं शिशु को संपूर्ण आहार देना
—डिजिटल विधियों से एनीमिया की जांच व इलाज
—एनीमिया के गैर पोषण कारकों पर नियंत्रण रखना।