झालावाड़.कालीसिंध थर्मल की पहली यूनिट बुधवार रात को करीब 9.30 बजे तकनीकी खराबी आने से बंद हो गई थी। हालांकि उसे देर रात को फिर से सिंक्रोनाइज कर दिया गया।अब पहली यूनिट से उत्पादन हो रहा है।
एक पखवाड़े में तीन बार हो गई बंद-
जिले में भीषण गर्मी के दौरान कालीसिंध थर्मल की पहली यूनिट के बार-बार चालू व बंद होने से विद्युत उत्पादन खासा प्रभावित हो रहा है। कालीसिंध थर्मल की पहली यूनिट 31 मई को उसके, बाद दूसरी बार 2 जून को, तीसरी बार 14 जून को तकनीकी खामी की वजह से ट्रिप हो गई थी। ऐसे में भीषण गर्मी में जिलेवासियों को बार-बार ट्रिपिंग होने से विद्युत सप्लाई बराबर नहीं मिल पा रही है।
इसलिए भी हो रही बार-बार ट्रिप-
सूत्रों ने बताया कि पूर्व में कालीसिंध थर्मल में लगातारन घटिया किस्म का कोयला आया था, जिसमें बड़ी मात्रा में कोयले के साथ पत्थर भी आए थे। इससे थर्मल की चाइना की आधुनिक तकनीक से बने थर्मल को नुकसान हुआ था। इसी वजह से अभी तक मशीनरी पर उसका असर नजर आ रहा है। इससे पहली यूनिट आए दिन ट्रिप मार रही है।
लाखों को आता है खर्चा-
कालीसिंध थर्मल की यूनिट के बार-बार खराब होने से उसकी मरम्मत पर लाखों रुपए खर्च आता है। वहीं यूनिट बंद होने से विद्युत उत्पादन नहीं होने से विभाग को काफी नुकसान होता है।
पौने तीन बजे सिंक्रोनाइज हो गई-
कालीसिंध थर्मल की पहली यूनिट बुधवार रात को तकनीकी खामी की वजह से ट्रिप हो गई थी। जिसे रात करीब 2.45 पर सिंक्रोनाइज कर दिया गया था।
केएल मीणा, चीफ इंजीनियर, झालावाड़।
कार्य में लापरवाही पर सहायक अभियंता को किया निलंबित
झालावाड़.विद्युत विभाग के एक सहायक अभियंता को कार्य में लापरवाही पर बुधवार को निलंबित कर दिया गया।
विद्युत विभाग के सचिव प्रशासन जगजीत सिंह मोगरा ने पिड़ावा के सहायक अभियंता नगेन्द्रसिंह करनावत को निलंबित कर दिया। निलंबन के दौरान इनका मुख्यालय जयपुर डिस्काम कार्यालय बारां किया गया। वहीं पिड़ावा सहायक अभियंता का चार्ज सहायक अभियंता विजीलेंस कमलेश कुमार बंसल को दिया गया।