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झालावाड़

illegal mining causes : खनन माफियाओं ने खेत खोद डाला, ऊपर से जान से मारने की धमकी

झालावाड़ जिले में बड़े पैमाने पर हो रहा अवैध खनन

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पीडि़त किसान ने पुलिस से लगाई मदद की गुहार

सुनेल. झालावाड़ जिले में सुनेल क्षेत्र की ग्राम पंचायत कनवाड़ी के गांव रूपपुरा के माल में इन दिनों कोटा स्टोन की खदानों की खुदाई कर अवैध खनन का काम जोरों पर चल रहा है। खनन माफियाओं की दबंगई के आगे प्रशासन आंखें मूंद कर बैठा हुआ है।

सारोला थाना क्षेत्र के बाघेर गांव के भेरूपुरा बस्ती निवासी किसान महावीर बैरवा ने सुनेल थाना में तहरीर रिपोर्ट पेश कर अपने जान माल की रक्षा के लिए प्रशासन से गुहार लगाई। इसकी सुनेल तहसील के हल्का पटवारी कनवाड़ी के ग्राम रूपपुरा के माल में खेती की लगभग चार बीघा, चार बिस्वा जमीन खाता संख्या तीन, खसरा संख्या 288/173 पर किसान के नाम पर दर्ज है।

जमीन पर किसान कई वर्षो से खेती किसानी का कार्य करता आ रहा है। वही नजदीक राज माइनिंग के नाम से कोटा स्टोन खनन माफियाओं के द्वारा अवैध रूप से खनन का कार्य किया जा रहा है। वही खनन माफियाओं के द्वारा किसान की जमीन का अवैध रूप से खनन किया जा रहा है। किसान ने खेत के खनन को रोका या तो उसे जान से मारने की धमकी दी।

किसान ने अपने जान माल की हानि ना हो इसके लिए मौके पर पुलिस प्रशासन को बुलाकर प्राथमिकी दर्ज कराकर अवैध खनन के कार्य को रोकने के लिए प्रशासन से गुहार लगाई। वही किसान ने बताया कि 31 दिसम्बर 2021 को भी स्थानीय ग्राम पंचायत तथा ग्रामीणों ने राज माइनिंग और भू माफियाओं के खिलाफ अवैध खनन तथा चरागाह की भूमि पर खनन के साथ-साथ प्राकृतिक जयंती नदी के स्वरूप को भी बिगड़ा है। वही नदी-नालों को मोड़े जाने को लेकर तत्कालीन नायब तहसीलदार राहुल कलोडिया को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की थी।

प्रशासन की मिली भगत से पनप रहे खनन माफिया
इन दिनों प्रशासन की मिलीभगत से क्षेत्र में कोटा स्टोन खनन माफिया के हौसले बुलंद है और प्रकृति और नदी-नालों का स्वरूप बिगाड़ा जा रहा है। वही भूमाफिया दिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की कर प्राकृतिक स्वरूप को बिगाडऩे में दिन-रात लगे हुए है। खनन माफियाओं के द्वारा नदी-नालों सहित बेशकीमती जमीनों को भी निशाना बनाया जा रहा है। वही आने-पौने दामों में जमीनें खरीद कर उनसे बेशकीमती पत्थर निकाला जा रहह्वा है। इसका सीधा-सीधा नुकसान राजस्व और सरकार के खजाने को पहुंच रहा है।

किसान ने परिवाद दिया है हमने उसे सीमा ज्ञान करवाने के लिए कहा है।
रमेशचंद मीणा, सीआई सुनेल