जोधपुर. नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा विक्रम संवत् 2081 के आगमन पर नववर्ष महोत्सव समिति जोधपुर के तत्वावधान में सोमवार को पूर्व संध्या पर घंटाघर से शोभायात्रा निकाली गई। यात्रा में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को अवतरित महापुरुषों की प्रेरणाप्रद झांकियों के साथ अन्य विभिन्न प्रकार सामाजिक जागरुकता एवं राष्ट्र एकता से संबंधित संदेश प्रसारित हुआ। शाम 7.30 बजे जलजोग चौराहा पर अखण्ड भारत माता के चित्र पर शहर के प्रमुख संतों की ओर से दीप प्रज्ज्वलित किए गए। इसके साथ ही आतिशबाजी भी हुई।
मेहरानगढ़ में सुबह 7 से शाम 5 बजे तक होंगे चामुण्डा माताजी के दर्शन
जोधपुर. विक्रम संवत 2081 के आगमन के साथ ही मंगलवार से चैत्र नवरात्र शुरू होंगे। इस अवसर पर घर-घर घट स्थापना होगी। मेहरानगढ़ स्थित चामुण्डा माता मंदिर में कुंभ स्थापना के साथ नौ दिवसीय आयोजन शुरू होगा। नवरात्र के दौरान श्रद्धालु सुबह 7 से शाम 5 बजे चामुण्डा माता के दर्शन कर सकेंगे। इस दौरान शराब साथ लाना, पीकर आने वाले दर्शनार्थियों का प्रवेश वर्जित रहेगा। साथ ही पॉलिथीन बैग में प्रसाद लेकर आना भी प्रतिबंधित रहेगा।
मेहरानगढ़ के महाप्रबन्धक जगतसिंह राठौड़ ने बताया कि सतवर्ती पाठ का संकल्प और स्थापना मुहूर्त सुबह 11.20 से दोपहर 12.10 बजे तक रहेगा। इस दौरान पूर्व सांसद गजसिंह, हेमलता राज्ये उपस्थित रहेंगे। ब्रह्म मुहूर्त में मां चामुण्डा, मां कालकाजी, मां सरस्वती व बेच्छराजजी की मूर्तियों को पवित्र जल से स्नान कराया जाएगा व लाल रंग की कोर तुर्रियां लगी पोषाक धारण करवाई जाएगी। प्रात: काल मंदिर के शिखर पर मुख्य ध्वजा चढ़ाई जाएगी और चारों दिशाओं में छोटी ध्वजाएं चढ़ाई जाएगी।
जयपोल के बाहर से ही एक पंक्ति में लाइनों की व्यवस्था की गई, जो मंदिर तक रहेगी। प्रसाद चढ़ाने के लिए बसन्त सागर पर महामृत्युंजय मूर्ति वाले मार्ग पर पुरुषों के लिए व पट्ठे पर महिलाओं के लिए अलग से व्यवस्था की गई है।
धुंधाड़ा. कस्बे सहित समूचे क्षेत्र में चैत्र शुक्ल नवरात्र व नववर्ष महोत्सव मनाया जाएगा। कस्बे के निकटवर्ती हमीरनगर में श्रीअनिष्ठ निवारण बालाजी मंदिर में आचार्य पंडित राजू महाराज के सानिध्य में नवरात्र महोत्सव की शुरुआत होगी।
मथानिया. मथानिया में भारतीय नववर्ष चैत्र प्रतिपदा पर मंगलवार को मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना होगी। बजरंग दल मथानिया प्रखंड के संयोजक शंकर सोनी ने बताया कि मंगलवार को सूर्योदय के समय मंदिरों में शंखनाद करके पहली किरण का स्वागत किया जाएगा
मुहूर्त अनुसार होगी थापना
चामुण्डा मंदिर के पास ‘उपासनालय’ कक्ष में नौ वेदपाठी ब्राह्मण स्थापना से अष्टमी तक यानि 16 अप्रेल तक दुर्गापाठ का वाचन करेंगे। अष्टमी 16 अप्रेल की रात हवन प्रारंभ किया जाएगा, जिसकी पूर्ण आहुति नवमी को होगी।