जोधपुर. जिले में रंगों के त्योहार को लेकर सभी ओर उत्साह छाया हुआ है। ऐसे ही खेतों से भी खुशनुमा समाचार मिल रहे है। इस होली पर जिले में 6 लाख 38 हजार हैक्टेयर में खड़ी फसलों से 14 लाख टन से ज्यादा की फसल पैदावार का अनुमान है। किसानों के खलिहानों में आने वाली इन फसलों का बाजार मूल्य करीब 7 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा आने का अनुमान है।
किसान फसल कटाई व थ्रेसिंग में लगे हुए है। रायड़ा की फसल कट चुकी है, वहीं जीरा की भी मंडियों में आवक शुरू हो गई गई। गेहूं, लहसुन, मेथी व चना की फसलों की कटाई होली के बाद अप्रेल के पहले पखवाड़े में शुरू होगी। रबी सीजन का प्याज निकल रहा है, वहीं जायद सीजन का पूरा प्याज 15 मई तक निकलेगा। जिले में रबी बुवाई रिकॉर्ड स्तर पर हुई है। फरवरी माह में तापमान बढ़ने व छुटपुट बरसात से जीरे में कुछ नुकसान होने व गाजर के भावों में गिरावट के अलावा इस रबी सीजन अच्छी पैदावार का अनुमान है।
बम्पर पैदावर का अनुमान: जिले में 6 लाख हैक्टेयर में खड़ी फसलों से किसानों के खलिहानों में आएंगे 7 हजार करोड़
होली पर खेतों में छाए 7 हज़ार करोड़ के फसलों के रंग
जिले में फसल स्थिति
फसल बुवाई अनुमानित पैदावार मूल्य
गेहूं 0.70 2.18 547
सरसों 2.12 4.00 1988
जीरा 1.88 1.00 2300
चना 0.45 0.85 45
तारामीरा 0.15 0.30 15
इसबगोल 0.35 0.45 525
मेथी 0.10 0.19 10
लहसुन 0.18 0.90 720
प्याज 0.20 4.25 435
अन्य 0.25 00 415
कुल 6.38 14.12 7000
(बुवाई लाख हैक्टेयर, पैदावार लाख मीट्रिक टन, मूल्य रुपए करोड़ में)
इन फसलों का यह है बाजार मूल्य
गेहूं 2500 रुपए
सरसों 5000 रुपए
जीरा 23000रुपए
चना 5200 रुपए
तारामीरा 4800 रुपए
इसबगोल 12000 रुपए
मेथी 5500 रुपए
लहसुन 8000 रुपए
प्याज 400 रुपए प्रति मण ।
स्रोत – भारतीय किसान संघ
प्याज को छोड़कर सभी भाव प्रति क्विंटल में
जीरा, सरसों, गेहूं, इसबगोल, मेथी, सौंफ, लहसुन व प्याज की बम्पर पैदावार का अनुमान
इन्होंने कहा
जिले में रबी सीजन में रिकॉर्ड बुवाई हुई है। फरवरी माह में थोड़ा तापमान बढ़ने और मार्च के पहले सप्ताह में बरसात से हुए नुकसान व गाजर के भावों में गिरावट से किसानों को कुछ परेशानी हुई, लेकिन कुल मिलाकर इस सीजन में अच्छी पैदावार होने व लागत के अनुसार ठीक मूल्य मिलने से किसानों की होली उत्साह से मनने की आशा है।
तुलछाराम सिंवर, प्रदेश मंत्री भारतीय किसान संघ